विदेश सचिव विक्रम मिसरी द्वारा बांधों की सुरक्षा को लेकर दिए गए बयान के बाद राजस्थान में बांधों की सुरक्षा बढ़ने लगी है। इसमें मुख्य रूप से 15 बड़े बांध और नहरों को चिन्हित किया गया है, जहां अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जा रही है। इनमें राणा प्रताप सागर बांध खास है, जिसके पास परमाणु ऊर्जा संयंत्र भी है। जवाहर सागर बांध और कोटा बैराज इसी से जुड़े हैं।
भारत सरकार ने रावतभाटा और कोटा को भी श्रेणी एक में रखा है। जल संसाधन विभाग ने अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती शुरू कर दी है। यहां स्थानीय पुलिसकर्मियों द्वारा नियमित गश्त भी की जाएगी। विभाग ने इन बांधों की सूची सेना को भी सौंपने की जरूरत जताई है, ताकि जरूरत पड़ने पर तत्काल मदद पहुंच सके। जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने भी बांधों की सुरक्षा से जुड़ी पूरी जानकारी मुख्यमंत्री को दी है।
ये होंगे काम
-स्थानीय पुलिस गश्त शुरू होगी।
-विभाग के कर्मचारियों की टीम चौबीसों घंटे निगरानी करेगी।
-संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की सूचना तुरंत स्थानीय प्रशासन को दी जाएगी।
-सीसीटीवी कैमरों से 24 घंटे निगरानी की जा रही है। जहां कैमरे नहीं हैं, वहां कैमरे लगाए जाएंगे।
इन बांधों की सुरक्षा बढ़ाई गई...
राणा प्रताप सागर, कोटा बैराज, जवाहर सागर बांध, जवाई, बीसलपुर, गलवा, टोरडी सागर, माही, सोम कमलांबा, जाखम, जयसमंद, राजसमंद, मेजा, पार्वती, छापरवाड़ा बांध। इसके अलावा इंदिरा गांधी नहर, गंग नहर प्रणाली।पंद्रह बांधों को चिन्हित कर सुरक्षा बढ़ाई जा रही है। स्थानीय पुलिस भी नियमित गश्त करेगी। सीसीटीवी कैमरों से 24 घंटे निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं।
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