पिंडवाड़ा के झाड़ोल गांव में रविवार दोपहर कृषि कुएं पर बनी पानी की टंकी फटने से दो बहनें मलबे में दब गईं। हादसे में एक बहन की मौत हो गई। दूसरी बहन का बायां हाथ कट गया। घटना कैलाश गरासिया के खेत में हुई। उनकी दो बेटियां सोनिया और आशा टंकी के पास खड़ी थीं। अचानक टंकी फट गई। सोनिया मलबे में दब गई और आशा का बायां हाथ कट गया।
खेत पर मौजूद पिता और अन्य लोगों ने दोनों को पिंडवाड़ा के सरकारी अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने सोनिया को मृत घोषित कर दिया। प्राथमिक उपचार के बाद आशा को सिरोही ट्रोमा सेंटर भेज दिया गया। सिरोही में डॉक्टरों ने कटे हाथ को आइस बॉक्स में रख दिया। फिर आशा को उदयपुर के महाराणा भूपाल अस्पताल रेफर कर दिया गया। पिंडवाड़ा थाने के सब इंस्पेक्टर प्रभुराम मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू की। हाथ की कटी हथेली को आइस बॉक्स में पैक कर उदयपुर के महाराणा भूपाल अस्पताल भिजवाया।
अस्पताल में मौजूद नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टरों ने इस घटना की जानकारी महाराणा भूपाल अस्पताल के डॉक्टरों को दी, ताकि तुरंत उसका हाथ जोड़ने के लिए उपचार शुरू किया जा सके। सिरोही ट्रोमा सेंटर से गुरुदेव आइस फैक्ट्री के कैलाश सुथार को जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली, उन्होंने अस्पताल में भारी मात्रा में बर्फ भिजवाई, ताकि उसके हाथ को सिरोही से 125 किलोमीटर दूर महाराणा भूपाल अस्पताल तक सुरक्षित पहुंचाया जा सके।
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