नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने एसआई भर्ती परीक्षा रद्द करने और आरपीएससी पुनर्गठन की मांग को लेकर राज्यपाल हरिभाऊ किशनराव बागड़े से मुलाकात की। उन्होंने राज्यपाल से युवाओं के हित में दोनों मुद्दों पर गंभीरता से विचार करने का आग्रह किया। मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए हनुमान बेनीवाल ने कहा कि हमने 25 मई को ही कह दिया था कि हमारा अगला पड़ाव राज्यपाल होंगे। हमने आज राज्यपाल से मुलाकात की, उन्होंने हमें आश्वासन दिया कि इस मामले पर गंभीरता से विचार किया जाएगा।
हमारा विरोध जारी है- बेनीवाल
बेनीवाल ने कहा, ''हमने उन्हें एसआई भर्ती मामले की भी जानकारी दी। चुनाव में भाजपा ने इस मुद्दे पर वोट मांगे, एसआई भर्ती रद्द करने की बात कही, लेकिन आज जब राजस्थान के युवा पिछले डेढ़ महीने से इस गर्मी में धरने पर बैठे हैं, तो सरकार कोई संज्ञान नहीं ले रही है। हमारा विरोध जारी है। लेकिन आज हम इसकी नई रूपरेखा तय करेंगे, ताकि इसका असर ज्यादा हो। हम चाहते हैं कि कुछ भर्तियों की जांच सीबीआई करे, क्योंकि अब एसओजी भी ठीक से जांच नहीं कर रही है।''
मेरा फोन टैप किया जा रहा है
उन्होंने कहा, ''मैंने कहा कि मेरे फोन की जासूसी की जा रही है। पेगासस के बाद फेस टाइम और दूसरी चीजें भी रिकॉर्ड की जा रही हैं। और राजस्थान का इतिहास रहा है। जब अशोक गहलोत की सरकार गिर रही थी, तब भी फोन टैप किए जा रहे थे, फोन टैपिंग करके उनकी सरकार बचाई गई थी।''
राठौड़ के बयान पर पलटवार
एसआई भर्ती रद्द करने के राजेंद्र राठौड़ के बयान पर हनुमान बेनीवाल ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि राजेंद्र राठौड़ ने भाषण दिए थे और एसआई भर्ती रद्द करने को लेकर प्रदर्शन। इसलिए अब लोग पूछ रहे हैं कि हम उनकी बात पर तब यकीन करें या अब। हम यह भर्ती रद्द करवाएंगे, आरपीएससी का पुनर्गठन भी करवाएंगे, चाहे इसके लिए हमें कितनी भी लंबी लड़ाई क्यों न लड़नी पड़े।
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