Next Story
Newszop

बॉर्डर के हालात बिगड़े! अब तारबंदी के पार नहीं जा सकेंगे किसान, खेतों में फसलों का क्या होगा?

Send Push

श्रीगंगानगर सेक्टर में भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कंटीली तार की बाड़ के पार कृषि कार्य के लिए किसानों की आवाजाही पर बीएसएफ ने रोक लगा दी है। पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात के चलते किसानों और उनके साथ चल रहे जवानों की सुरक्षा के लिए बीएसएफ ने यह कदम उठाया है। कंटीली तार की बाड़ के दूसरी तरफ भारतीय किसानों की कृषि भूमि है, जहां वे अक्सर कृषि कार्य के लिए जाते हैं। 

बीएसएफ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार श्रीगंगानगर सेक्टर में कई किसानों की कृषि भूमि कंटीली तार की बाड़ के पार है। गंग नहर से सिंचित भूमि पर किसान सिंचाई के साथ-साथ कृषि कार्य करने जाते हैं। इसके लिए एक समय सीमा तय है। किसान अपने क्षेत्र में बीएसएफ सीमा चौकी से मंजूरी मिलने के बाद ही कंटीली तार की बाड़ के पार कृषि कार्य के लिए जाते हैं। सुरक्षा के लिए बीएसएफ के हथियारबंद जवान भी उनके साथ जाते हैं। कंटीली तार की बाड़ के साथ-साथ कृषि कार्य के लिए किसानों की आवाजाही के लिए जगह-जगह गेट बनाए गए हैं, जो किसानों की आवाजाही के दौरान ही खुलते हैं। खरीफ की फसल बोने की तैयारी

जिन किसानों की कृषि भूमि बाड़बंदी के पार है, वे रबी की फसल काट चुके हैं और अब खरीफ की फसल बोने के लिए कृषि भूमि पर हल चलाने और सिंचाई करने की तैयारी कर रहे थे। बीएसएफ द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के बाद उन्होंने खेतों में जाना बंद कर दिया है। जिन किसानों की कृषि भूमि बाड़बंदी के पार है, उन्हें सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक कृषि कार्य करने की अनुमति है। शाम 5 बजते ही किसानों को बीएसएफ जवानों के साथ वापस लौटना पड़ता है।

अगले आदेश तक प्रतिबंध
बीएसएफ सूत्रों ने बताया कि कुछ साल पहले श्रीगंगानगर सेक्टर में पाक रेंजर्स कृषि कार्य के लिए गए दो किसानों को जबरन उठा ले गए थे। उन किसानों को दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय वार्ता के बाद ही छोड़ा गया था। अब जबकि युद्ध जैसे हालात बन गए हैं, तो पाक रेंजर्स भारत पर दबाव बनाने के लिए हमारे किसानों के साथ नापाक हरकत कर सकते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए बाड़बंदी के पार कृषि भूमि पर कृषि कार्य पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह आदेश तब तक प्रभावी रहेगा, जब तक दोनों देशों के बीच संबंध सामान्य नहीं हो जाते।

Loving Newspoint? Download the app now