राजस्थान एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने मंगलवार को उदयपुर में एक प्राइवेट व्यक्ति को तीन लाख पचास हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। आरोपी खुद को उदयपुर के एडिशनल एसपी हितेष मेहता के करीबी बताकर उनके नाम से रिश्वत वसूल रहा था। एसीबी की इस कार्रवाई के बाद पुलिस विभाग और प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है।
बीएमडब्ल्यू कार के बकाया रुपये दिलाने का मामलाएसीबी अधिकारियों ने बताया कि आरोपी ने एक व्यक्ति से बीएमडब्ल्यू कार के बकाया रुपये दिलाने के नाम पर रिश्वत की मांग की थी। इसके लिए उसने एडिशनल एसपी का नाम इस्तेमाल किया और दबाव बनाकर रकम मांगी। शिकायत मिलने पर एसीबी की टीम सक्रिय हुई और पूर्व निर्धारित योजना के तहत आरोपी को रंगे हाथ पकड़ लिया गया।
कपासन का रहने वाला है आरोपीगिरफ्तार आरोपी चित्तौड़गढ़ जिले के कपासन का रहने वाला बताया जा रहा है। एसीबी की टीम ने उसे मौके पर ही हिरासत में ले लिया और रिश्वत की पूरी राशि बरामद कर ली। अब आरोपी से पूछताछ की जा रही है कि उसने कितने लोगों से इस तरह से धन वसूली की और किन-किन अफसरों के नाम का सहारा लिया।
एडिशनल एसपी की भूमिका पर जांचएसीबी अधिकारियों ने साफ किया है कि फिलहाल आरोपी के खिलाफ ठोस सबूत मिले हैं, लेकिन वह एडिशनल एसपी हितेष मेहता का नाम क्यों और किस उद्देश्य से ले रहा था, इसकी भी गहन जांच की जा रही है। यदि जांच में किसी पुलिस अधिकारी की संलिप्तता सामने आती है तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एसीबी की सख्त निगरानीराजस्थान एसीबी पिछले कुछ समय से भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है। सरकारी कर्मचारियों से लेकर बिचौलियों और निजी व्यक्तियों तक पर निगरानी रखी जा रही है, ताकि जनता से अवैध वसूली करने वालों पर अंकुश लगाया जा सके। उदयपुर की यह कार्रवाई भी एसीबी की चौकसी का ताज़ा उदाहरण है।
भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस नीतिप्रदेश सरकार पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि भ्रष्टाचार के मामलों में किसी भी स्तर पर समझौता नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने भी हाल ही में अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। एसीबी की यह कार्रवाई सरकार की उसी नीति का परिणाम मानी जा रही है।
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