टोंक न्यूज़ डेस्क, जैन साध्वी आचार्य सुनील सागर जी महाराज की शिष्या आर्यिका आराध्य मती माताजी व आर्यिका आकाश मति माताजी और क्षुल्लिका संभावमति माताजी ने कस्बे के प्राचीन किले का भ्रमण किया। ग्रामीणों ने माता जी को रानी का महल,गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। पूर्व में यहां राजकीय प्राथमिक विद्यालय भी संचालित था।
किले के बाहर वट वृक्ष पर सन 1956 में जैन समाज की सर्वोच्च साध्वी आर्यिका ज्ञानमती माताजी ने आचार्य वीर सागर जी महाराज के द्वारा दीक्षा ली थी। उस स्थान के चारों तरफ अवलोकन किया तथा जानकारी ली। इस अवसर पर संघ की अमृता दीदी और आशा दीदी के साथ जैन समाज के जैन बंधु और ग्रामीण उपस्थित थे।
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