पिपलोदी स्कूल हादसे में मारे गए बच्चों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की गई है। साथ ही, मृतक बच्चों के एक परिजन को संविदा पर नौकरी भी दी जाएगी। इस संबंध में जानकारी देते हुए शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बताया कि नए स्कूल भवन में कक्षाओं का नाम मृतक बच्चों के नाम पर रखा जाएगा ताकि उनकी यादें हमेशा ताजा रहें। हादसे में घायल हुए बच्चों का झालावाड़ के एसआरजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने अस्पताल में भर्ती 11 घायल बच्चों से मुलाकात की और उनके परिजनों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि मृतक बच्चों के परिजनों को पूरी सहायता दी जाएगी और किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
घायल बच्चों से मिले शिक्षा मंत्री मदन दिलावर: झालावाड़ मनोहर थाना कस्बे के पिपलोदी गांव में हुए हृदय विदारक हादसे के बाद राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर गंभीर रूप से घायल बच्चों से मिलने जिला अस्पताल पहुंचे। इस दौरान शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री ने अस्पताल में भर्ती सभी 11 बच्चों और उनके परिजनों से मुलाकात की और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। इससे पहले, मदन दिलावर मनोहरथाना के पीपलोदी गाँव पहुँचे जहाँ उन्होंने मृतक बच्चों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी तथा दुख की इस घड़ी में राज्य सरकार की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। पीपलोदी गाँव में एक करोड़ रुपये की लागत से एक भव्य स्कूल बनाने का निर्णय लिया गया है। इस स्कूल भवन के कक्षा-कक्षों का नाम मृतक बच्चों के नाम पर रखा जाएगा।
मनोहरथाना ब्लॉक के स्कूलों में शनिवार का अवकाश: स्कूल भवन हादसे के बाद, जिला कलेक्टर ने मनोहरथाना ब्लॉक के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में शनिवार का अवकाश घोषित कर दिया है। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ने इस आदेश की जानकारी देते हुए बताया कि इस दिन मनोहरथाना ब्लॉक के स्कूलों में अवकाश रहेगा, जबकि अन्य क्षेत्रों के स्कूल सामान्य रूप से खुलेंगे। आपको बता दें कि झालावाड़ जिले के पीपलोदी में स्कूल की छत गिरने से 7 बच्चों की मौत हो गई, जबकि 30 से अधिक बच्चे घायल हैं। इस बीच, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने पीपलोदी स्कूल में कार्यरत सभी शिक्षकों को निलंबित कर दिया है। मदन दिलावर के ओएसडी सतीश गुप्ता ने बताया कि मंत्री ने सभी शिक्षकों के निलंबन के आदेश जारी कर दिए हैं।
प्रत्यक्षदर्शी छात्रा रीना का वीडियो सोशल साइट पर वायरल: स्कूल हादसे के बाद, पीपलोदी राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय की छात्रा रीना का वीडियो सोशल साइट पर वायरल हो रहा है, जिसमें रीना ने बताया कि स्कूल की इमारत गिरने से पहले कुछ कंकड़ नीचे गिरने लगे थे और जब उसने शिक्षक को इस बारे में बताया, तो उन्होंने उसे अनसुना कर दिया। बाद में वह किसी तरह वहाँ से बाहर निकली और जो बच्चे अंदर रह गए थे, वे इमारत में दब गए।
वहीं, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने समय-समय पर संबंधित अधिकारियों को राज्य के सभी स्कूलों, आंगनबाड़ियों और सरकारी भवनों की मरम्मत के निर्देश दिए हैं। सभी जिला अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि राज्य में एक भी स्कूल भवन जर्जर हालत में न हो। ऐसा कोई भवन न हो जिसमें ऐसी दुर्घटना घटित हो। यह सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है कि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो। सरकार इसे लेकर पूरी तरह गंभीर है। जो घटना घटी है, उसकी उच्चस्तरीय जाँच के निर्देश दे दिए गए हैं। जो भी ज़िम्मेदार होगा, उसके ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सीएम ने कहा कि इस हादसे में जिन लोगों ने अपने मासूम बच्चों को खोया है, उनकी भरपाई तो नहीं की जा सकती, लेकिन यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ऐसी दुर्घटना दोबारा न हो।
You may also like
रिलायंस जियो की नई इलेक्ट्रिक बाइक: 400 किमी रेंज और 30,000 रुपये से कम कीमत
बॉलीवुड के वो कपल्स जो ब्रेकअप के बाद एक-दूसरे से नफरत करने लगे
स्वीडन के गांव का विवादास्पद नाम, ग्रामीणों की बढ़ी चिंता
क्या है बायोमेडिकल इंजीनियरिंग, जिसकी फ्री में डिग्री दे रहा जर्मनी? इन 5 यूनिवर्सिटीज में मिलेगा एडमिशन
1 साल के बच्चे ने सांप को चबाकर मार डाला, खुद हुआ बेहोश, जानिए क्या है मामला