भारत ने कहा है कि जम्मू, पठानकोट और उधमपुर के मिलिट्री स्टेशन पर पाकिस्तान ने गुरुवार रात हमला किया है, जिसे बेअसर कर दिया गया. उधर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने हमले की बात से इनकार किया है.
भारतीय रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सभी मिसाइलों को एयर डिफ़ेंस सिस्टम ने सफलतापूर्वक रोक दिया और उन्हें नाकाम कर दिया.
श्रीनगर में मौजूद बीबीसी संवाददाता माजिद जहांगीर के अनुसार, गुरुवार रात 11 बजे क़रीब उरी सेक्टर में भारी गोलाबारी हो रही थी और सीमा के पास नागरिक इलाकों को निशाना बनाया जा रहा था.
वहीं, जम्मू कश्मीर के राजौरी में मौजूद बीबीसी संवाददाता दिव्या आर्या ने बताया कि वहां पूरी तरह ब्लैकआउट कर दिया गया है.
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भारत के कई इलाक़ों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. इसके अलावा प्रशासनिक कर्मचारियों और अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं.
इस घटनाक्रम के थोड़ी देर बाद अमेरिका की भी प्रतिक्रिया आई है. अमेरिका ने कहा कि भारत और पाकिस्तान को एक-दूसरे पर हमले बंद करना चाहिए.
वहीं, एक इंटरव्यू में अमेरिकी उप-राष्ट्रपति जडी वेंस ने कहा कि अमेरिका तनाव कम करने की कोशिश में शामिल हो सकता है, लेकिन मूल रूप से युद्ध में शामिल नहीं होने जा रहा है.
इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ से फ़ोन पर बात करके तनाव कम करने की अपील की.
गुरुवार को भारत और पाकिस्तान ने हमले को लेकर अपने-अपने दावे किए.
भारतीय रक्षा मंत्रालय के , "जम्मू, पठानकोट और उधमपुर के मिलिट्री स्टेशन पर पाकिस्तान की ओर से ड्रोन और मिसाइल अटैक किए गए हैं. इन हमलों को नाकाम कर दिया गया है."
रक्षा मंत्रालय ने कहा, "किसी भी तरह के जान-माल का नुक़सान नहीं हुआ है. भारत अपनी संप्रभुता और अपने नागरिकों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है."
भारत ने कहा कि इन सभी मिसाइलों को एयर डिफ़ेंस सिस्टम ने सफलतापूर्वक रोक दिया और उन्हें नाकाम कर दिया.
उधर, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ ने जम्मू कश्मीर में किसी भी हमले की ज़िम्मेदारी से इनकार किया है.
ख़्वाजा आसिफ़ ने बीबीसी से कहा, "हम इनसे इनकार करते हैं, हमने अभी तक कुछ नहीं किया है. जब पाकिस्तान हमला करेगा तो सभी को पता चल जाएगा."
जम्मू कश्मीर में धमाके और ब्लैकआउट की रिपोर्टें आने के कुछ ही देर बाद ख़्वाजा आसिफ़ बीबीसी से बात कर रहे थे.
अमेरिका ने क्या कहा?गुरुवार को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ से फ़ोन पर बात की.
इस दौरान रुबियो ने दोनों देशों के नेताओं से तनाव कम करने और हिंसा रोकने की बात कही. साथ ही उन्होंने सीधी बातचीत पर ज़ोर दिया.
इसके थोड़ी देर बाद अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने एक प्रेस ब्रीफ़िंग में कहा कि भारत और पाकिस्तान को एक-दूसरे पर हमला बंद करना चाहिए, क्योंकि इससे समाधान नहीं निकलेगा.
ब्रूस ने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा, "अमेरिका का यही संदेश है कि हिंसा, सैन्य कार्रवाई और जंग बंद होनी चाहिए. मध्य-पूर्व में यह साबित हो गया है कि जंग से कोई समाधान नहीं निकलेगा."
उन्होंने कहा, "जंग, सेना और हिंसा कोई समाधान नहीं है. पीढ़ी दर पीढ़ी हुई हिंसा और समस्याओं को रोकने के लिए नए विचार और कूटनीति ही समाधान हैं."
प्रेस ब्रीफ़िंग के दौरान टैमी ब्रूस से भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता को लेकर भी सवाल किया गया.
इस पर टैमी ब्रूस ने कहा, "किसी भी मामले में जब संबंधित देशों के नेताओं की कूटनीतिक या किसी भी स्तर पर बातचीत हो रही है, तो हम उसकी जानकारी साझा नहीं करेंगे. यह हमारी नीति है."
उन्होंने कहा, "हमें लगता है कि जब नेताओं के बीच निजी स्तर पर बात हो रही हो तो मीडिया के बीच विवरण नहीं रखना ज़रूरी है."
हालांकि, टैमी ब्रूस ने भारत-पाकिस्तान के बीच किसी भी प्रकार की मध्यस्थता को लेकर ना तो पुष्टि की और ना ही इनकार किया.
उधर, अमेरिकी उप-राष्ट्रपति जेडी वेंस ने फॉक्स न्यूज़ के एक इंटरव्यू में कहा, "हम जो कर सकते हैं वह यह है कि दोनों देशों को तनाव कम करने के लिए प्रोत्साहित करने की कोशिश करें, लेकिन हम मूल रूप से युद्ध में शामिल नहीं होने जा रहे हैं. यह हमारा काम नहीं है."
उन्होंने कहा है, "इस बात का अमेरिका के इस मामले को कंट्रोल कर पाने की क्षमता से कोई लेना-देना नहीं है. हम कूटनीतिक तरीकों से इस मुद्दे पर अपना प्रयास जारी रखेंगे."
उन्होंने इस इंटरव्यू में उम्मीद जताई है कि भारत और पाकिस्तान का यह तनाव एक व्यापक क्षेत्रीय युद्ध या परमाणु संघर्ष में नहीं बदलेगा.
गुरुवार, रात आठ बजकर 45 मिनट पर जम्मू शहर से एयर रेड्स की जानकारी मिलनी शुरू हुई थी. इसके बाद जम्मू, राजौरी, चंडीगढ़, अमृतसर, धर्मशाला समेत कई शहरों में ब्लैकआउट घोषित कर दिया गया.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, सीमा से सटे कई राज्यों ने ब्लैकआउट के आदेश जारी किए हैं और स्कूलों और शिक्षण संस्थाओं को बंद करने की घोषणा की है. साथ ही पुलिसकर्मियों और प्रशासनिक अधिकारियों की छुट्टी रद्द कर दी गई है.
जम्मू और कश्मीर में स्कूल और कॉलेज समेत सभी शिक्षण संस्थाओं को बंद करने का आदेश जारी किया गया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के , पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा है कि सरकार ने राज्य के स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को अगले तीन दिनों तक बंद करने के आदेश जारी किए हैं.
राजस्थान के ने रेड अलर्ट जारी करते हुए सभी को घरों में रहने की हिदायत दी है.
पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, गुजरात, पश्चिम बंगाल और बिहार में कड़े उपाय लागू किए गए हैं.
जम्मू में धमाके, ब्लैकआउटराजौरी में मौजूद बीबीसी संवाददाता दिव्या आर्या ने कहा, "आज सुबह हम जम्मू में ही थे जहां उन गांवों का हमने दौरा किया जहां लोग अपने सामान समेत सुरक्षित जगहों पर चले गए थे. उन इलाकों और जम्मू शहर में कई धमाके सुने गए हैं. वहां के स्थानीय निवासियों ने बताया कि पौने नौ बजे के क़रीब एक साथ कई धमाके हुए,"
उन्होंने आगे कहा, "जिसके बाद पूरे इलाक़े की लाइट काट दी गई. स्थानीय निवासियों ने कुछ वीडियो भेजे हैं जहां ब्लैकआउट के बीच आसमान में छोटी छोटी रोशनी दिखाई दे रही हैं, जिससे वे अंदाज़ा लगा रहे हैं कि ये ड्रोन हो सकते हैं."
दिव्या आर्या ने बताया कि जम्मू से डेढ़ घंटे की दूरी पर स्थित कठुआ इलाक़े में भी ब्लैकआउट कर दिया गया है. यहां भी कम से कम दो धमाकों की जानकारी मिली है. स्थानीय निवासियों ने ड्रोन के उड़ने की पुष्टि की है.
जम्मू शहर के जिन निवासियों से हमारी बात हुई है, उनमें काफ़ी पैनिक और डर था क्योंकि यह शहरी इलाक़ा है और अंतरराष्ट्रीय सीमा के क़रीब है और यहां इतने बड़े पैमाने पर धमाके पहले नहीं देखे गए थे.

एक रक्षा सूत्र ने एएफ़पी समाचार एजेंसी को बताया कि हवाई अड्डे पर विस्फोट हुए हैं.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बीबीसी को बताया कि बाज़ार बंद हो गए और उन्होंने लोगों को भागते देखा, सायरन बजने लगे और पूरे शहर में बिजली गुल हो गई.
पूरे शहर में एयर सायरन की आवाज़ें सुनी जा सकती हैं.
राजौरी के एक्स पर लिखा है,"आम जनता से अनुरोध है कि वह अपने अपने क्षेत्र में ब्लैकआउट सुनिश्चित करें. सभी बाहरी लाइटों को बंद कर दें और खिड़कियों को ढंक दें, जिससे कोई भी रोशनी बाहर न जा सके."
चंडीगढ़ में ब्लैकआउट, धर्मशाला में आईपीएल मैच रद्दचंडीगढ़ प्रशासन का कहना है कि यहां एयर रेड सायरन को एक्टिवेट कर दिया गया है और तत्काल प्रभाव से ब्लैकआउट लागू किया जा रहा है.
इस बीच धर्मशाला में चल रहे आईपीएल मैच को बीच में ही रोक दिया गया है.
पंजाब किंग्स इलेवन और दिल्ली कैपिटल्स के बीच धर्मशाला में खेले जा रहे मैच को रद्द कर दिया गया है.
लुधियाना के डीसी की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "ब्लैकआउट होने जा रहा है, घरों में बने रहें और खिड़कियां बंद कर लें. घबराने की ज़रूरत नहीं...फ़ेक न्यूज़, वीडियो और संदेशों से सावधान रहें."
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित
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