फल, हरी सब्जियाँ और क्षारीय खाद्य पदार्थों का सेवन कम करने से, और अधिक अम्लीय तथा नमकीन चीज़ों के सेवन से रक्त दूषित हो सकता है। अनुचित आहार और कब्ज की स्थिति में रक्त की शुद्धता प्रभावित होती है। रक्त अशुद्ध होने पर नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। चीनी की जगह गुड़ का उपयोग करना फायदेमंद है। विटामिन 'सी', लोहा और कैल्शियम जैसे तत्व रक्त को शुद्ध करने में सहायक होते हैं।
रक्त शुद्धि के प्राकृतिक उपाय
आंवला: आंवला रक्त में गर्मी को कम करता है और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है। यह त्वचा के रोगों में भी लाभकारी है।
बेल: बेल का चूर्ण और गुड़ मिलाकर पानी के साथ सेवन करने से रक्त साफ होता है।
दूध: कच्चे दूध की लस्सी पीने से रक्त शुद्ध रहता है।
नींबू: नींबू का सेवन रक्त को शुद्ध करता है। इसे गर्म पानी के साथ लेना चाहिए।
आम: आमरस और दूध का मिश्रण रक्त को साफ करने में मदद करता है।
मुनक्का: मुनक्के को भिगोकर उसका सेवन रक्त को शुद्ध करता है।
ग्वारपाठा: ग्वारपाठे का रस रक्त शुद्ध करने में सहायक है।
करेला: करेले का रस रक्त को साफ करता है।
मेहंदी: मेहंदी का सेवन रक्त की सफाई करता है।
हल्दी: हल्दी और आंवला का मिश्रण रक्त को शुद्ध करता है।
प्याज: प्याज का रस रक्त विकारों को दूर करता है।
नीम: नीम के सेवन से रक्त विकार ठीक होते हैं।
आकड़ा: आकड़े के फूल और काली मिर्च का मिश्रण रक्त को साफ करता है।
गोभी: गोभी रक्त शुद्ध करने में मददगार होती है।
टमाटर: टमाटर का रस रक्त को साफ करता है और त्वचा की समस्याओं को दूर करता है।
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