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किडनी स्टोन: लक्षण, कारण और बचाव के उपाय

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किडनी स्टोन की समस्या

हमारे खान-पान और जीवनशैली का स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है। वर्तमान में, तेजी से बदलती जीवनशैली के कारण शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर देखने को मिल रहा है। इस स्थिति में थोड़ी सी लापरवाही भी गंभीर समस्याएं उत्पन्न कर सकती है। किडनी स्टोन, जिसे चिकित्सा की भाषा में नेफ्रोलिथियासिस या यूरोलिथियासिस कहा जाता है, आजकल एक आम समस्या बन गई है। यह समस्या गलत खान-पान की आदतों के कारण बढ़ रही है। यदि समय पर इसका पता लगाया जाए और इलाज किया जाए, तो इससे राहत मिल सकती है।


गुर्दे की पथरी के प्रकार

गुर्दे में पथरी विकसित होने से व्यक्ति को गंभीर दर्द का सामना करना पड़ सकता है। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब शरीर में मौजूद मिनरल्स पेशाब में क्रिस्टल के रूप में बदल जाते हैं और आपस में चिपक जाते हैं। गुर्दे की पथरी मुख्य रूप से मूत्र पथ को प्रभावित करती है।


गुर्दे की पथरी के प्रकार:



  • स्ट्रुवाइट पत्थर

  • कैल्शियम स्टोन

  • सिस्टीन स्टोन

  • यूरिक एसिड स्टोन


किडनी स्टोन के लक्षण

किडनी स्टोन के लक्षण:



  • पेशाब में बदबू आना

  • पेशाब के साथ रक्त आना

  • बुखार और उल्टी होना

  • मूत्र मार्ग में संक्रमण

  • बार-बार पेशाब आना

  • पेशाब करते समय दर्द होना


किडनी स्टोन के कारण

किडनी स्टोन के कारण:



  • शरीर का निर्जलीकरण


पानी का पर्याप्त सेवन न करने से किडनी स्टोन का खतरा बढ़ सकता है। शरीर में पानी की कमी से गुर्दे में पथरी बनने की संभावना होती है।


अन्य कारण

निर्धारित दवाएं:


कुछ दवाओं का सेवन, विशेषकर एचआईवी उपचार के दौरान, गुर्दे की पथरी के जोखिम को बढ़ा सकता है।


पुरानी बीमारियां:


कई पुरानी बीमारियां, जैसे सिस्टिक फाइब्रॉएड और इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज, भी किडनी स्टोन का कारण बन सकती हैं।


एस्ट्रोजेन की कमी:


महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी होने पर गुर्दे की पथरी का खतरा बढ़ जाता है।


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