उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के औरास में 10 दिन से लापता इंटरमीडिएट की छात्रा की अपहरण के बाद हत्या उसके पहले प्रेमी ने की थी। आरोपी छात्रा के व्हाट्सएप नंबर पर दूसरे युवक की डीपी देख आगबबूला था। हैदराबाद से आकर उसने 10 को गांव से सात किलोमीटर दूर जंगल में मिलने के लिए छात्रा को बुलाया था। जहां विवाद हुआ तो बहाने से उसे जंगल में ले गया। यहां गला दबाया, फिर चाकू से रेतकर भाग गया था। पुलिस ने गुरुवार रात उसे मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। पैर में गोली लगने से उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के मुताबिक हत्यारोपी ने अपना गुनाह कबूल किया है।
थानाक्षेत्र के कबरोई गांव निवासी होमगार्ड ह्रदयनारायण गौतम की बेटी उपासना (19) की 10 दिन पहले अपहरण के बाद ताल्ही गांव के जंगल में हत्या कर दी गई थी। गुरुवार को जंगल में स्कूल बैग, यूनिफार्म के साथ आईकार्ड, किताबें और बाल पड़े मिले थे। बायां हाथ लहरू गांव निवासी कमलेश के खेत में मिला था।
एसपी और सीओ ने घटनास्थल पर जांच करने के बाद मृतका और उसके घर के मोबाइल नंबरों की सीडीआर निकलवाई तो हकीकत सामने आ गई। हत्या का खुलासा होता देख हत्यारोपी तौहीद निवासी गोड़वा सामद गांव ने भागने का प्रयास किया। सीओ ने अरविंद कुमार चौरसिया ने बताया कि पुलिस टीम रात से ही वाहनों की चेकिंग कर रही थी। रात करीब 1:28 बजे लहरू-ताल्ही गांव जाने वाले चौराहे पर बाइक सवार आरोपी, पुलिस को देखकर भागने लगा। पीछा करने पर पुलिस पर तमंचे से फायर किया। जवाबी फायरिंग में हत्यारोपी के बाएं पैर में गोली लगी और उसे पकड़ लिया गया।
सीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद पूछताछ में उसने उपासना की हत्या की घटना कबूली। बताया कि वह हैदराबाद में बड़े भाई तौसीफ के साथ सिलाई का काम करता है। उपासना से वह प्यार करता था। बात करने के लिए फोन भी लेकर दिया था। कुछ दिन पहले उपासना ने अपने मोबाइल में चंडीगढ़ में रहने वाले प्रदीप नाम के युवक की डीपी लगाई तो शक हुआ। इसके बाद से वह उससे दूरी बनाने लगी और फोन पर बात भी नहीं करती थी।
पहले गला दबाया फिर चाकू से रेता तीन को चंडीगढ़ से गांव आया, लेकिन वह नहीं मिली। 10 को स्कूल जाने की बात पता चली तो उसे ताल्ही गांव के जंगल के पास मिलने के लिए बुलाया। सुबह करीब 10 बजे वहां आने पर उसने डीपी में लगे युवक का नाम प्रदीप और उससे प्यार करने की बात बताई। इस पर झगड़ा हुआ। उसे जंगल में ले गया। इसके बाद गला दबाया और फिर चाकू से रेतकर हत्या कर दी। शव, साइकिल व अन्य सामान वहीं छोड़कर भाग गया। मुठभेड़ में गिरफ्तार हत्यारोपी को अब जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दूसरा युवक चंडीगढ़ में करता है काम सीओ बांगरमऊ अरविंद चौरसिया ने बताया कि जिस दूसरे युवक का नाम सामने आया है, वह चंडीगढ़ में रहकर काम करता है। घटना वाले दिन से लेकर अब तक की उसकी लोकेशन वहीं की दिख रही है, फिलहाल उसे बुलाया गया है। एसपी दीपक भूकर ने बताया कि अभी तक की जांच में तौहीद ही आरोपी है। पूरे घटनाक्रम में थानाध्यक्ष की भूमिका की रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
शव को जानवरों ने नोचा लापता छात्रा का जंगल में बैग, यूनिफार्म व एक हाथ मिलने के बाद आशंका जताई जा रही थी कि किसी धारदार हथियार से शव के कई टुकड़े करके अलग-अलग फेंका गया है। हालांकि पुलिस की जांच में इसकी पुष्टि नहीं हुई है। सीओ अरविंद कुमार चौरसिया ने बताया कि जहां छात्रा की हत्या की गई, वह बबूल का जंगल काफी घना है। शव को जंगली जानवरों ने नोचा है, इससे अंग अलग-अलग मिले हैं।
यह रहा घटनाक्रम ■ 10 को छात्रा उपासना 8:30 बीजेडी इंटर कॉलेज पहुंची। ■ आधे घंटे बाद नौ बजे ताल्ही गांव के जंगल मिलने गई, वहां से लापता हुई। ■ 12 को पिता ने गुमशुदगी दर्ज कराई, 15 को अपहरण की धारा बढ़ाई गई। ■ घटना को अंजाम देने के बाद 12 को आरोपी तेलंगाना राज्य के हैदराबाद में बड़े भाई के पास पहुंचा। ■ 13 को आरोपी हैदराबाद से भाई तौशीफ के साथ निकला, 15 को दोनों अपने गांव पहुंचे। ■ 16 को पुलिस ने दोनों को थाने बुलवाया, तौहीद को रात भर रोकने के बाद गांव न छोड़ने की हिदायत देकर छोड़ा। ■ 20 दोपहर 3:30 बजे कपड़े, आईकार्ड, बैग, जूता, जैकेट और बायां हाथ मिला। उसी रात आरोपी पुलिस की मुठभेड़ में घायल हुआ। ■ 21 दोपहर करीब 12 बजे सिर का कंकाल, पसली की कुछ हड्डियां बरामद। साइकिल अभी बरामद नहीं, चाबी छात्रा के बैग में मिली।
छह किमी दूर जंगल में दूसरे दिन मिला कंकाल ताल्ही गांव के छह किलोमीटर के बबूल के जंगल में दूसरे दिन पुलिस ने परिजनों के साथ फिर कांबिंग की। शुक्रवार दोपहर 12 बजे सिर का कंकाल, पसली कुछ हड्डियां मिली हैं। जिस जगह गुरुवार को यूनिफार्म मिली थी वहीं, दूसरे दिन कंकाल मिलना भी सवाल खड़ा करता है। पुलिस ने कंकाल बन चुके सिर और हड्डियों को कब्जे में लिया है। अब अपहरण के मुकदमे में हत्या की धारा बढ़ाई गई है।
15 से लगातार पुलिस के संपर्क में रहा हत्यारोपी हत्या करने के बाद आरोपी तौहीद 10 को हैदराबाद में रहने वाले भाई तौसीफ के पास चला गया था। 12 को हैदराबाद पहुंचने के बाद छात्रा के पिता ने जब गुमशुदगी दर्ज कराई और युवक पर शक जताया तो 13 को दोनों भाइयों को फिर पुलिस ने बुलवाया। 15 को दोनों गोड़वा गांव आ गए, तभी पुलिस ने अपहरण की धारा बढ़ाई थी। 16 को पुलिस ने दोनों भाइयों को थाने बुलाया था। बड़ा भाई तौशीफ घर चला गया था। आरोपी तौहीद को एक दिन और रात में पुलिस ने थाने में बैठाकर रखा। सूत्रों के मुताबिक, आरोपी के सीने में खरोंच के निशान थे लेकिन पुलिस ने ध्यान नहीं दिया। दूसरे दिन घर न छोड़ने की हिदायत देकर छोड़ा था। अगर पुलिस ने उसी समय पुलिसिया रुख अपनाया होता तो शायद उपासना का शव तो मिल ही जाता।
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