महंगाई, टैक्स और बढ़ते खर्च… मिडिल क्लास परिवारों को अक्सर इन्हीं वजहों से जूझते देखा जाता है. लेकिन एक फाइनेंशियल एक्सपर्ट के मुताबिक, असली खतरा इनसे कहीं बड़ा और खामोश है. नाम है- EMI यानी मासिक किस्तें. फाइनेंशियल एक्सपर्ट तपस चक्रवर्ती ने अपने लिंक्डइन पोस्ट में लिखा कि भारत के मिडिल क्लास के लिए सबसे बड़ा जाल? न महंगाई, न टैक्स बल्कि EMI है. कमाओ, उधार लो, चुकाओ, फिर दोहराओ. न सेविंग, न सिक्योरिटी, बस उधारी का चक्र.
आज स्मार्टफोन से लेकर फ्लाइट टिकट और यहां तक कि किराने का सामान भी ईएमआई पर लिया जा सकता है. पहले जो एक सुविधा थी, अब वो जीने का तरीका बन चुकी है. बस कार्ड स्वाइप करो, सामान घर लाओ- फिर चाहे वो फ्रिज हो, AC या नया फर्नीचर. लेकिन ये ‘Buy Now, Pay Later’ संस्कृति, धीरे-धीरे आम लोगों को कर्ज में डुबो रही है.
तेजी से बढ़ रहा है घरेलू कर्ज
आंकड़े चौंकाने वाले हैं. भारत में घरेलू कर्ज GDP के 42% तक पहुंच गया है. इसमें से 32% कर्ज क्रेडिट कार्ड, पर्सनल लोन और तुरंत खरीदो और बाद में पैसे भरो (Buy Now Pay Later) स्कीम्स से लिया जा रहा है. यहां तक कि भारत में बिकने वाले 70% आईफोन भी ईएमआई पर खरीदे जाते हैं. चक्रवर्ती का कहना है कि छोटे कर्जदारों में 11% पहले ही डिफॉल्ट कर चुके हैं. कई लोग एक साथ तीन या उससे ज्यादा लोन संभाल रहे हैं.
छोटी-छोटी किस्तें, भारी बोझ
चक्रवर्ती ने लिखा कि फोन की ईएमआई ₹2400, लैपटॉप ₹3000, बाइक ₹4000 और क्रेडिट कार्ड बिल ₹6500… ये सब मिलाकर महीने का ₹25,000 तक खर्च कर देते हैं. न सेविंग बचती है, न इमरजेंसी फंड. एक बीमारी आई नहीं कि पूरा बैलेंस हिल जाता है.
असर सिर्फ घरों तक नहीं
यह संकट केवल पर्सनल फाइनेंस तक सीमित नहीं है. जब लोग सेविंग नहीं कर पा रहे, तो देश की आर्थिक नींव भी कमजोर हो रही है. चक्रवर्ती कहते हैं, “कम बचत, कम निवेश- देश की ग्रोथ धीमी.”
EMI जाल से कैसे बचें?
चक्रवर्ती सलाह देते हैं कि हर व्यक्ति को अपनी कुल EMI का आकलन करना चाहिए और ये आय के 40% से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. वो कहते हैं कि ₹500 महीना भी सेविंग से शुरू करें, SIP चालू करें, दिखावे के लिए उधार न लें. अंत में उनका कहना था कि तनाव में जीना सामान्य नहीं है. जो चीजें आपने अभी तक पूरी तरह खरीदी ही नहीं, वो आपकी संपत्ति नहीं हैं. बेहतर जीवन का सपना कभी कर्ज का जाल नहीं बनना चाहिए. असली आजादी कम उधार में है, ज्यादा कमाने में नहीं.
You may also like
दिल्ली-NCR में देर रात कांपी ज़मीन, भूकंप की तीव्रता जानकर दहल जाएगा दिल!
'धड़क-2' का ट्रेलर आउट, जाने फिल्म कब आएगी सिनेमाघरों में
चांदी का छल्ला बदल देता है किस्मत, भिखारी भी बन जाता है राजा, इसे पहनने के लाभ जाने '
डाक चौपाल में रामगढ़ जिले के निवेशकों ने जमा किए 5.8 करोड़
एसबीआई का कार्यालय खोलने पर सरकार को ज्ञापन सौंपेगा चेंबर