New Delhi, 7 अक्टूबर . केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने मेघालय के ईस्ट गारो हिल्स जिले में डाक विभाग के तीन अधिकारियों को रिश्वतखोरी के एक मामले में गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अधिकारियों में विलियमनगर के सहायक शाखा डाकपाल, विलियमनगर के उप-विभाग निरीक्षक और रोंगजेंग उप-डाकघर के एक डाकिया शामिल हैं.
सीबीआई ने यह मामला 4 अक्टूबर को दर्ज किया था, जब रोंगजेंग उप-डाकघर, ईस्ट गारो हिल्स के ग्राम डाक सेवक ने शिकायत दी थी. शिकायत में आरोप लगाया गया कि तीनों अधिकारियों ने उसकी 10 महीने से रोकी गई वेतन राशि जारी करने के लिए दो माह के वेतन के बराबर रिश्वत मांगी थी.
शिकायत के अनुसार, बातचीत के बाद अधिकारियों ने 30 हजार रुपए की रिश्वत लेने पर सहमति जताई और कहा कि यह राशि वेतन जारी होने के बाद दी जाए. इसके बाद, सीबीआई ने जाल बिछाकर विलियमनगर के सहायक शाखा डाकपाल को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया. इसके बाद, अन्य दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया.
सीबीआई ने विलियमनगर (ईस्ट गारो हिल्स) और त्रिपुरा के अंबासा जिले के उपनगर गांव में स्थित आरोपियों के कार्यालयों और आवासों पर छापेमारी भी की. इस दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए तथा उपनगर गांव स्थित आरोपी डाकिया के घर से 2 लाख 30 हजार रुपए नकद बरामद किए गए.
सीबीआई ने बताया कि गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को सक्षम न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा. इस मामले में आगे की जांच जारी है.
इसी तरह एक अन्य कार्रवाई में सीबीआई ने 27 सितंबर को रिश्वतखोरी मामले में पीईएसओ अधिकारी और एक निजी व्यक्ति को गिरफ्तार किया था. दरअसल, सीबीआई को सूचना मिली थी कि आरोपी अधिकारी निजी सलाहकारों और एजेंटों के माध्यम से बड़े पैमाने पर भ्रष्ट आचरण कर रहा था. इसके बाद एजेंसी ने दोनों आरोपियों पर शिकंजा कसा था.
इससे पहले, सीबीआई ने घर खरीदारों से धोखाधड़ी और वित्तीय संस्थानों के अधिकारियों के साथ सांठगांठ के आरोपों पर कोलकाता, Bengaluru और Mumbai के बिल्डरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू की. सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर सीबीआई ने 6 अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं और तीनों महानगरों में कुल 12 ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया है.
–
पीएसके
You may also like
हाईकोर्ट भवन में बेबी फीडिंग रूम बनाने का मामला, सुनवाई 11 नवम्बर को
पत्नी की हत्या में पति को आजीवन कारावास
अब्दुल गनी शाह शरीफ मजार व कब्रिस्तान को लेकर अभिलेखों में संशोधन के लिए जारी नोटिस के खिलाफ याचिका खारिज
जयपुर में पेट साफ करने वाली दवा में गड़बड़ी, सप्लाई रोकी गई
महर्षि वाल्मीकि का जीवन परिवर्तन, साधना और समाज सेवा का आदर्श उदाहरण: नीलकंठ तिवारी