गाजा, 14 जुलाई . हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद (पीआईजे) ने कहा कि इजरायल के साथ चल रही अप्रत्यक्ष बातचीत का नतीजा यह होना चाहिए कि युद्ध पूरी तरह खत्म हो, इजरायली सेना गाजा पट्टी से पूरी तरह हटे, सभी बॉर्डर क्रॉसिंग खोले जाएं, और गाजा का पुनर्निर्माण होना चाहिए.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने हमास की ओर से जारी किए गए एक बयान के हवाले से बताया कि Sunday को दोनों संगठनों के नेताओं की एक बैठक के दौरान इस पर विचार रखे गए. हालांकि, बैठक का स्थान अभी तक स्पष्ट नहीं किया गया है.
हमास के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व हमास की शूरा परिषद के प्रमुख मुहम्मद दरवेश ने किया, जबकि पीआईजे के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व महासचिव जियाद अल-नखलाह ने किया.
बयान में कहा गया कि दोनों गुटों ने अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों के जरिए चल रही बातचीत और इजरायल के जवाबों पर चर्चा की ताकि युद्धविराम समझौते तक पहुंचा जा सके.
बयान में इस बात पर जोर दिया गया कि किसी भी संभावित समझौते से फिलिस्तीनी आकांक्षाएं पूरी होनी चाहिए, जिसमें युद्ध समाप्त करना शामिल है. ये युद्ध नागरिकों के बीच भारी मानवीय पीड़ा और हताहतों का कारण बना है.
हमास सूत्र के अनुसार, कतर की राजधानी दोहा में इजरायल और हमास के बीच चल रही अप्रत्यक्ष वार्ता एक महत्वपूर्ण और जटिल चरण में प्रवेश कर रही है. सूत्र ने चेतावनी दी कि इजरायल का अड़ियल रवैया वार्ता के विफल होने का कारण बन सकता है.
हमास सूत्र ने बताया कि दोनों पक्षों ने इजरायल के जवाबों की समीक्षा की और कहा कि बातचीत में प्रगति की मुख्य बाधा नक्शों के संबंध में इजरायल का अड़ियल रवैया है.
उन्होंने कहा कि आवश्यकता है कि इजरायली सेना पहले जनवरी की सीमाओं तक पीछे हटे. साथ ही वार्ता प्रक्रिया के बाद गाजा पट्टी से पूर्ण वापसी की गारंटी हो.
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एफएम/केआर
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