बिहारशरीफ, 20 अप्रैल . ‘छत्रपति शिवाजी महाराज सामाजिक समरसता अभियान’ के तहत रविवार को नालंदा जिले के श्रम कल्याण केंद्र के मैदान में शिवाजी समर्थकों का महाजुटान हुआ. कार्यक्रम के संयोजक इंजीनियर प्रणव प्रकाश ने कहा कि नालंदा की धरती से अभियान की शुरुआत हुई है जो बिहार के अन्य जिलों में भी चलेगा.
प्रणव प्रकाश ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश को जब-जब कुशल प्रशासन की महत्ता समझ में आई है, छत्रपति शिवाजी महाराज के समर्थकों ने पूरी निष्ठा से देश को दिशा दी है, चाहे उनके सत्ता संचालन के तौर-तरीके हों, अष्ट प्रधान नीति हो या समाज के निचले तबके तक प्रत्यक्ष तौर पर लाभ पहुंचाने के लिए सत्ता का विकेन्द्रीकरण हो.
इससे पहले स्कूल के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किया.
प्रणव प्रकाश ने कहा कि नालंदा ज्ञान की भूमि रही है और आज छत्रपति शिवाजी महाराज के समर्थकों ने उत्साह के साथ इतनी बड़ी संख्या में एकजुट होकर शहर को पाट दिया है. हिलसा, हरनौत, चंडी सहित नालंदा के 20 प्रखंडों के सुदूर गांवों से शिवाजी समर्थक इस अभियान को बल देने के लिए खुद ही जुटे हैं. हम सब मिलकर शिवाजी महाराज के विचारों को जन-जन तक पहुंचाएंगे.
उन्होंने कहा कि अधिकतर लोग छत्रपति शिवाजी महाराज को योद्धा के रूप में जानते हैं, जबकि उनकी प्रशासनिक क्षमता अद्वितीय रही है. उन्होंने सरकार से नई पीढ़ी के प्रेरणास्वरूप शिवाजी महाराज के नाम पर पटना के मरीन ड्राइव पर ‘स्टैच्यू ऑफ गवर्नेंस’ के निर्माण की मांग की जो देश की सबसे बड़ी प्रतिमा हो.
उन्होंने कहा कि बिहार में 2025 के चुनाव के बाद भी सत्ता का कुशल संचालन होता रहेगा और विकसित बिहार का निर्माण होगा. सभा को राजेश्वरी प्रसाद सिंह, अरविंद कुमार पटेल, रामसागर सिंह, कामेश्वर प्रसाद सिंह सहित कई लोगों ने संबोधित किया. आगंतुकों को तलवार भेंट कर और केसरिया साफा बांधकर सम्मानित किया गया.
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एमएनपी/एकेजे
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