वाशिंगटन, 17 अगस्त . अमेरिका की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को एक भावुक ‘शांति पत्र’ लिखा है. इस पत्र में उन्होंने यूक्रेन युद्ध खत्म करने और बच्चों व आने वाली पीढ़ियों की सुरक्षा की अपील की है.
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह पत्र खुद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अलास्का के एंकोरेज में पुतिन से होने वाली मुलाकात से पहले उन्हें सौंपा.
मेलानिया ने अपने पत्र में लिखा कि युद्ध का सबसे बड़ा असर मासूम बच्चों पर पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि बच्चे हिंसा की चपेट में आकर सबसे ज्यादा पीड़ित हो रहे हैं.
पत्र की शुरुआत इन शब्दों से हुई – “राष्ट्रपति पुतिन, हर बच्चा अपने दिल में समान सपने देखता है. चाहे वह किसी गांव में पैदा हुआ हो या किसी बड़े शहर में. वे प्यार, उम्मीद और सुरक्षा का सपना देखते हैं.”
मेलानिया ने लिखा कि आने वाली पीढ़ियों की रक्षा करना केवल माता-पिता ही नहीं, बल्कि दुनिया के नेताओं की भी जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा – “माता-पिता का कर्तव्य है कि वे बच्चों के भविष्य को संवारें, लेकिन नेताओं की जिम्मेदारी और भी बड़ी है.”
इससे पहले भी मेलानिया ट्रंप रूस और यूक्रेन से जुड़ी अमेरिकी नीति में शामिल रही हैं. कहा जाता है कि उन्होंने अपने पति को कीव (यूक्रेन) को अधिक सैन्य मदद देने और रूस पर सख्त रुख अपनाने के लिए प्रेरित किया था.
पत्र में उन्होंने बच्चों को “पवित्रता और मासूमियत का प्रतीक” बताया, जो किसी भी सरकार, विचारधारा और सीमा से ऊपर हैं. उन्होंने पुतिन से अपील की – “आपके पास इन बच्चों की हंसी लौटाने का अवसर है. अगर आप उनकी मासूमियत की रक्षा करेंगे तो यह सिर्फ रूस ही नहीं, बल्कि पूरी मानवता की सेवा होगी.”
पत्र के अंत में उन्होंने तुरंत कदम उठाने का आग्रह किया. मेलानिया ने लिखा – “इतना बड़ा विचार सभी भेद मिटा सकता है. राष्ट्रपति पुतिन, आपके पास इसे आज ही पूरा करने का अधिकार और अवसर है. यही समय है.”
यह पत्र पुतिन को अलास्का में दोनों नेताओं की बैठक से ठीक पहले दिया गया. बाद में डोनाल्ड ट्रंप ने इस मुलाकात को “बेहद फलदायी” बताया, हालांकि उन्होंने यह भी साफ किया कि कोई औपचारिक समझौता नहीं हुआ.
दोनों नेताओं ने बातचीत को सकारात्मक बताया. इसी बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की Monday के वाशिंगटन आने की उम्मीद है, जहां वे राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात करेंगे.
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एएस/
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