jaipur, 5 अक्टूबर . Madhya Pradesh और Rajasthan में कथित तौर पर जहरीले कफ सिरप के सेवन से कई बच्चों की मौत का मामला सामने आया है, जिसने स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं. इस घटना ने सियासी हलकों में भी हलचल मचा दी है.
पूर्व Chief Minister अशोक गहलोत ने इस मामले को गंभीर बताते हुए Government से तत्काल जांच की मांग की है.
jaipur के एसएमएस अस्पताल में Sunday को पूर्व मंत्री भरत सिंह कुंदनपुर से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में गहलोत ने कहा कि यह मामला अत्यंत संवेदनशील है.
उन्होंने Government की उदासीनता पर सवाल उठाते हुए कहा, “अगर कफ सिरप में कोई गड़बड़ी हुई है तो Government को अपनी एजेंसियों से इसकी जांच करवानी चाहिए. अगर कोई ब्लैक लिस्टेड कंपनी थी तो उसे ठेका क्यों दिया गया? यह अपने आप में बड़ा सवाल है.”
अशोक गहलोत ने चिकित्सा मंत्री द्वारा किसी कंपनी को क्लीन चिट देने पर भी आपत्ति जताई और कहा कि बिना जांच के कोई टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए.
अशोक गहलोत ने अपनी Government के समय लागू स्वास्थ्य योजनाओं की तारीफ करते हुए कहा, “हमारी Government ने 25 लाख रुपए तक का मुफ्त बीमा, मुफ्त दवा, सिटी स्कैन और ऑपरेशन जैसी सुविधाएं दीं, जो न सिर्फ India बल्कि विश्व में कहीं नहीं हैं. केंद्र Government को इन योजनाओं का अध्ययन कर पूरे देश में लागू करना चाहिए.”
उन्होंने केंद्र की आयुष्मान India योजना की तुलना में अपनी योजना को बेहतर बताते हुए कहा कि आयुष्मान India केवल कुछ लोगों तक सीमित है, जबकि उनकी योजना पूरे प्रदेश को लाभान्वित करती थी.
उन्होंने कहा, “अगर विश्व गुरु बनना है तो शिक्षा और स्वास्थ्य सभी के लिए मुफ्त होना चाहिए.”
अशोक गहलोत ने कहा कि अगर दवा कंपनी ने गड़बड़ी की है तो Government को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, न कि पूर्ववर्ती Government पर दोष मढ़ना चाहिए.
बिहार विधानसभा चुनाव में वरिष्ठ पर्यवेक्षक की भूमिका पर अशोक गहलोत ने कहा कि वे इसे चुनौती के रूप में ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी जो हुक्म देती है आदेश जारी करती है, हमारा धर्म बनता है कि हम उसे कैसे निभाएं. हमने इसकी शुरुआत कर दी है और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भी आपस में बातचीत कर रहे हैं.
उन्होंने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए कहा, “65 लाख वोटों को बाहरी बताकर काट दिया गया. आयोग को स्पष्ट करना चाहिए कि ये वोट कहां से आए. कांग्रेस आरजेडी और अन्य विपक्षी दल इसको गंभीरता से ले रहे हैं क्योंकि जिस प्रकार से चुनाव जीतने के लिए नए-नए हथकंडे अपनाए जा रहे हैं, वो गलत हैं.”
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एकेएस/डीकेपी
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