गया, 11 अगस्त . विशेष मतदाता पुनरीक्षण अभियान को लेकर देश में सियासी पारा चढ़ा हुआ है. इसी कड़ी में कांग्रेस पार्टी के नेता और Lok Sabha में नात प्रतिपक्ष राहुल गांधी 17 अगस्त से बिहार में मतदाता अधिकार यात्रा शुरू करेंगे. इस यात्रा की शुरुआत बिहार के सासाराम जिले से होगी.
राहुल गांधी के बिहार दौरे को लेकर कांग्रेस पार्टी ने तैयारियां शुरू कर दी है. बिहार कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष उमेर खान उर्फ टीका खान ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि इस यात्रा में राहुल गांधी के साथ महागठबंधन के तमाम बड़े नेता शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग पर राहुल गांधी ने सीधे तौर पर सवाल उठाया है. चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि वोटों की चोरी न हो लेकिन जिस तरह की बातें सामने आई है, वो अपने आप में कई सवाल खड़ा कर रहा है. चुनाव आयोग राहुल गांधी के आरोपों पर खामोश है, इसका मतलब साफ है कि दाल में कुछ काला है.
उन्होंने आगे कहा कि यात्रा के पहले दिन राहुल गांधी सासाराम के बाद शाम 4 बजे औरंगाबाद के रमेश चौक पहुंचेंगे, जहां मीटिंग पॉइंट बनाया गया है. यहां से मतदाता अधिकार पर बातचीत होगी और राहुल गांधी और तेजस्वी यादव जनता को संबोधित करेंगे. रात्रि विश्राम के लिए कुटुंबा में कैंप तैयार किया गया है. जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी आराम करेंगे.
उन्होंने आगे बताया कि 18 अगस्त को यात्रा देव मंदिर, शिवगंज, रफीगंज होते हुए डबुर मंदिर परिसर के खेल मैदान पहुंचेगी, यहां सभा होगी. इसके बाद यह यात्रा गया जिले में प्रवेश कर जाएगी. पंचानपुर में अंबेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद राहुल गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी और कुजाप और कुजापी होते हुए खलिस पार्क पहुंचेंगे. शाम में फिर सभा होगी और रात्रि विश्राम रसलपुर स्कूल मैदान में होगा. 19 अगस्त को वजीरगंज से यात्रा शुरू होकर नवादा में प्रवेश करेगी. इसके लिए कैंप और रात्रि ठहराव की तैयारी पूरी है.
–
एकेएस/जीकेटी
You may also like
Aaj ka Mesh Rashifal 13 August 2025 : मेष राशि वालों के लिए आज का दिन लाएगा खुशियों की बारिश, जानें पूरी भविष्यवाणी
तेलंगाना में भारी बारिश की चेतावनी, सभी विभागों के कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द
पाकिस्तान के खिलाफ शतक ठोककर Shai Hope ने की Brian Lara के रिकॉर्ड की बराबरी, इस मामले में कर लिया है पहला स्थान शेयर
पश्चिम बंगाल में 'मेरा पड़ोस, मेरा समाधान' प्रोजेक्ट को मिली बड़ी सफलता: ममता बनर्जी
12 अगस्त 1947: आज़ादी से पहले का वो दिन, जब बंटवारे ने रुलाया!