दिल्ली, 16 मई . दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता शुक्रवार को आजाद पुर मंडी पहुंची थी. मुख्यमंत्री मंडी में सफाई, सुरक्षा की स्थिति से काफी निराश दिखीं और इसके लिए पूर्व की आम आदमी पार्टी सरकार को दोषी ठहराया.
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता अपने मंत्रियों और अधिकारियों के साथ शुक्रवार को आजादपुर मंडी पहुंची थीं. मंडी की व्यवस्था देख वे दिल्ली की पूर्व की आम आदमी सरकार पर आक्रामक दिखीं और अपनी सरकार द्वारा विकास का आश्वासन दिया.
से बात करते हुए रेखा गुप्ता ने कहा, “इस क्षेत्र के दौरे पर अपने मंत्रियों और अधिकारियों के साथ आई हूं. आजादपुर मंडी दिल्ली की सबसे महत्वपूर्ण मंडी है लेकिन यहां की जो व्यवस्था है और पिछली सरकार ने जो स्थिति बनाई है, वह काफी निराशाजनक है. पिछले 15 साल में यहां विकास का कोई कार्य नहीं हुआ है.”
रेखा गुप्ता ने आगे कहा, “सफाई और सुरक्षा की यहां कोई सुविधा नहीं है. सैकड़ों व्यापारी यहां काम करते हैं. सैकड़ों ट्रकों के माध्यम से लोगों का खाद्य पदार्थ यहां आता है. आम आदमी पार्टी की पिछली सरकार ने इस क्षेत्र में कोई भी काम नहीं किया है और इस क्षेत्र को भ्रष्टाचार का अड्डा बनाकर रखा है. उनके मंत्री और चेयरमैन किसी ने भी इस क्षेत्र के विकास के लिए कुछ नहीं किया. जो लोग दिल्ली को लंदन और पेरिस बना रहे थे, उन्हें बताना चाहती हूं कि यहां इतनी गंदगी है कि खड़ा नहीं हुआ जा सकता. पिछली सरकार ने सिर्फ आजादपुर मंडी ही नहीं बल्कि दिल्ली की तमाम मंडियों को भ्रष्टाचार का अड्डा बनाकर रखा है.”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “हमारी सरकार मंडियों के विकास के लिए दृढ़ संकल्पित है. हम योजना तैयार कर रहे हैं. मंडियों में सफाई और सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की जाएगी. भ्रष्टाचार को समाप्त किया जाएगा. हमारे मंत्री खुद इस काम को देख रहे हैं.” आजादपुर मंडी के फल व्यापारियों ने तुर्किये से सेब के आयात को समाप्त कर दिया है. यह फैसला भारत-पाकिस्तान संघर्ष में तुर्किये द्वारा पाकिस्तान का साथ देने की वजह से लिया गया है.
रेखा गुप्ता ने कहा, “मैं यहां के व्यापारियों को तुर्किये द्वारा सेब का आयात बंद किए जाने के फैसले के लिए साधुवाद देना चाहती हूं. यह फैसला दिखाता है कि देश एकजुट है. भारत के खिलाफ जो भी देश जाएगा, उसका बहिष्कार किया जाएगा. आतंकवादियों और उनके आकाओं से कोई व्यापार नहीं किया जाएगा. ऐसे सभी देशों का बहिष्कार होना चाहिए जो भारत के खिलाफ हैं.”
दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय और जामिया मिलिया विश्वविद्यालय ने भी तुर्किये के साथ किए गए शैक्षणिक समझौते रद्द कर दिए हैं.
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पंकज/केआर
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