झारखण्ड आंदोलन के अग्रणी योद्धा रहे हैं आदरणीय रामदास दा। संघर्ष कर उन्होंने हमेशा हर चुनौती को मात दी है, इस बार फिर वह विजयी होंगे। मरांग बुरु अपने इस लाल को शक्ति और साहस दे।
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) August 2, 2025
आज दिल्ली के अपोलो अस्पताल में इलाजरत आदरणीय रामदास दा का उपस्थित डॉक्टर्स से हालचाल जाना। pic.twitter.com/Sx0l3nHZza
झारखंड सरकार के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन की तबीयत लगातार बिगड़ती जा रही है और फिलहाल उनकी हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। उन्हें दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। जानकारी के मुताबिक, जमशेदपुर स्थित उनके आवास पर बाथरूम में फिसलकर गिरने से उन्हें सिर में गंभीर चोट आई थी। इस दुर्घटना के बाद उन्हें तत्काल एयर एम्बुलेंस से दिल्ली भेजा गया।हमारे कम से कदम मिलाकर चलने वाले बड़े भाई मंत्री आदरणीय श्री रामदास सोरेन जी की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है, उनका इलाज दिल्ली के अपोलो अस्पताल मे चल रहा है । डॉक्टर सुधीर त्यागी की अगुवाई में चिकित्सकों की टीम उनके स्वास्थ्य पर लगातार नजर रखे हुए है। उनके दोनों पुत्र रोबिन… pic.twitter.com/2yRphhDXB1
— Dr. Irfan Ansari (@IrfanAnsariMLA) August 3, 2025
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने रविवार, 3 अगस्त को अस्पताल पहुंचकर रामदास सोरेन की तबीयत का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि डॉक्टरों की एक विशेष मेडिकल टीम उनकी लगातार निगरानी कर रही है और इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही।
इससे एक दिन पहले, शनिवार, 2 अगस्त को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी अपोलो अस्पताल पहुंचे और रामदास सोरेन के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश साझा करते हुए लिखा, “रामदास दा झारखंड आंदोलन की मजबूत आवाज़ रहे हैं। उनके जीवन का हर पल संघर्ष से भरा रहा है और उन्होंने हर बार मुश्किलों को हराया है। इस बार भी वे मजबूती से वापसी करेंगे। भगवान मरांग बुरु उन्हें शक्ति और धैर्य प्रदान करें।”
रामदास सोरेन की बिगड़ती हालत की खबर से झारखंड में चिंता की लहर दौड़ गई है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के वरिष्ठ नेता और ज़मीनी कार्यकर्ता के रूप में वे न सिर्फ आदिवासी समुदाय में, बल्कि पूरे राज्य में अत्यधिक सम्मानित और लोकप्रिय हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं से लेकर आम जनता तक, हर कोई उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहा है। राज्य के विभिन्न जिलों में उनके लिए पूजा-पाठ और दुआओं का सिलसिला जारी है।
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