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AI से साइबर ठगी की नई लहर, अब किसी भी क्लिक से खाली हो सकता है आपका अकाउंट

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साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में एक नई चिंता उभर कर सामने आई है, और वह है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का दुरुपयोग। हाल ही में कई मामलों में यह देखा गया है कि साइबर ठग AI की मदद से लाखों लोगों के बैंक अकाउंट्स और व्यक्तिगत डेटा को निशाना बना रहे हैं। यह नई तकनीक ठगों को इतना ताकतवर बना रही है कि वे एक क्लिक में हजारों लोगों का पैसा उड़ा सकते हैं। यह खतरा अब सिर्फ बैंकिंग संस्थाओं तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि यह हर इंटरनेट उपयोगकर्ता के लिए एक गंभीर चुनौती बन चुका है।

कैसे काम करता है AI आधारित साइबर धोखाधड़ी?

AI आधारित साइबर धोखाधड़ी में ठग इंटरनेट पर मौजूद किसी भी व्यक्ति की गतिविधियों और आदतों को ट्रैक करते हैं। वे सोशल मीडिया, ईमेल, और अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए जानकारी जुटाते हैं। इसके बाद, AI का उपयोग करके, ठग इस जानकारी का विश्लेषण कर पाते हैं कि व्यक्ति का व्यवहार कैसा है, उसकी वित्तीय आदतें क्या हैं, और वह किस तरह की ऑनलाइन गतिविधियों में सक्रिय रहता है। इसके आधार पर, ठग बड़े ही सरल और प्रभावी तरीके से फर्जी लिंक या वेब पेज तैयार करते हैं, जिन्हें देखकर लोग आसानी से धोखा खा जाते हैं।

इंटरनेट के माध्यम से वित्तीय लेन-देन करना अब आम बात हो गई है, लेकिन अब यही ऑनलाइन ट्रांजेक्शन साइबर ठगों के लिए सुनहरा अवसर बन गए हैं। AI का उपयोग करके वे फर्जी वेबसाइटें, बैंकिंग ऐप्स या सोशल मीडिया अकाउंट्स बना लेते हैं, जो असल साइट्स के जैसे दिखाई देते हैं। इन फर्जी साइट्स में जाकर लोग अपने बैंक अकाउंट की जानकारी या निजी डेटा दे देते हैं, और इस तरह ठगों के पास सीधा एक्सेस मिल जाता है।

क्या करें ताकि आप सुरक्षित रहें?

AI से बनी धोखाधड़ी वेबसाइटों से बचें: किसी भी वेबसाइट या लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी सही पहचान जरूर करें। सुनिश्चित करें कि वह साइट HTTPS से शुरू हो, और URL में कोई गलत स्पेलिंग या अप्रत्याशित शब्द न हो।

दो-स्तरीय प्रमाणीकरण का उपयोग करें: अपने बैंक अकाउंट और अन्य संवेदनशील ऑनलाइन खातों में दो-स्तरीय प्रमाणीकरण (Two-Factor Authentication) को सक्रिय करें। यह आपके अकाउंट की सुरक्षा को कई गुना बढ़ा देता है।

सुरक्षित इंटरनेट कनेक्शन का इस्तेमाल करें: पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल करते समय सतर्क रहें। जब भी संभव हो, वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का उपयोग करें, जिससे आपकी ऑनलाइन गतिविधि सुरक्षित रहे।

सामान्यत: संदिग्ध लिंक से दूर रहें: ईमेल या एसएमएस के जरिए आने वाले किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें। अगर आप किसी बैंक से जुड़े संदेश प्राप्त करते हैं, तो सीधे बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं या कस्टमर केयर से संपर्क करें।

साइबर सुरक्षा सॉफ़्टवेयर का प्रयोग करें: अपने कंप्यूटर और स्मार्टफोन में अच्छे साइबर सुरक्षा सॉफ़्टवेयर इंस्टॉल करें, जो आपको नए और खतरनाक वायरस, मालवेयर और फिशिंग अटैक्स से बचा सके।

साइबर ठगों का नेटवर्क अब ज्यादा संगठित हो चुका है

आजकल साइबर अपराधियों का नेटवर्क पहले से कहीं ज्यादा संगठित हो चुका है। AI की मदद से वे अब अपनी तकनीक में सुधार कर रहे हैं और हर दिन नए तरीके ढूंढ रहे हैं। इसके बावजूद, अगर आप सतर्क रहें और डिजिटल सुरक्षा के महत्वपूर्ण पहलुओं को समझें, तो इन ठगों से बचना संभव है।

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