Lifestyle
Next Story
Newszop

Lipid Profile Test क्या है? Dr ने कहा- 10 साल का हो जाए बच्चा, तो जरूर कराएं, बीमारियों से बचा रहेगा लाडला

Send Push
छोटे बच्‍चों का लाइफस्‍टाइल बेहद खराब हो गया है। पूरा दिन घर के अंदर रहकर वे मोबाइल चलाते हैं, जिससे न तो उन्‍हें बाहर की शुद्ध हवा मिल पाती है और न ही वे फिजिकली एक्टिव रहते हैं। वहीं उनके खानपान में भी जंक फूड और फास्‍ट फूड जैसी अहनहेल्‍दी आइटम्‍स शामिल हो गए हैं। इस तरह की सिडेंट्री लाइफस्‍टाइल बच्‍चों में चाइल्‍ड हुड ओबेसिटी को बढ़ावा दे रही है। पीडियाट्रिशियन डॉ. अंकित गुप्‍ता ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है। इसमें उन्होंने एक‍ जरूरी टेस्‍ट के बारे में बताया है, जो तब कराना चाहिए जब बच्‍चा 9-10 साल का हो जाए। आइए जानते हैं कौन सा है ये जरूरी टेस्‍ट।
डॉक्टर की सलाह​

बच्‍चों का कराएं लिपिड प्रोफाइल टेस्‍ट image

एक्‍सपर्ट के अनुसार, बच्‍चे के 9 से 10 साल के होने पर लिपिड प्रोफाइल टेस्‍ट जरूर कराना चाहिए। इस टेस्‍ट को कराने से बच्‍चों के कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड वैल्‍यू पता चल जाती है। आजकल खराब लाइफस्‍टाइल के चलते कम उम्र में ही बच्‍चों का कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड लेवल बढ़ने लगा है। ऐसे में लिपिड प्रोफाइल टेस्‍ट कराके भविष्‍य में गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है।


कई बीमारियों का शिकार हो सकता है बच्‍चा image

अगर छोटी उम्र में ही बच्‍चों का कोलेस्ट्रॉल लेवल हाई रहता है, तो भविष्‍य में बच्‍चे टीनएज में ही डायबिटीज, हाइपरटेंशन और दिल से जुड़ी समस्याओं का शिकार हो सकते हैं। क्‍योंकि, जो समस्‍याएं पहले 40 साल की उम्र में देखी जाती थी, वो अब 25 साल की उम्र में देखी जा रही हैं।


मां-बाप को है बीमारियां, तो बच्‍चे का टेस्‍ट जरूरी image

एक्‍सपर्ट के मुताबिक, जिन पेरेंटस को बहुत ज्‍यादा ओबेसिटी, डायबिटीज, हाइपरटेंशन और हाई कोलेस्‍ट्रॉल की शिकायत है, उन्‍हें बच्‍चों के प्रति लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। बच्‍चों का लिपिड टेस्‍ट जरूर कराना चाहिए। जितनी जल्‍दी टेस्‍ट करा लेंगे , उतनी ही जल्‍दी समस्या का इलाज हो सकेगा।


बच्‍चों में हाई कोलेस्‍ट्रॉल मतलब हाइपरलिपिडेमिया image

बच्‍चे को अगर हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या है, तो इसे हाइपरलिपिडेमिया कहते हैं। यह एक ऐसी स्थिति है, जहां ब्‍लड में लिपिड की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। हाइपरलिपिडेमिया कई प्रकार के होते हैं, जो बच्चों में हृदय रोग का कारण बन सकते हैं।


कितना होना चाहिए बच्‍चाें का कोलेस्ट्रॉल लेवल? image

आमतौर पर 2 से 19 साल तक के बच्‍चों के लिए कोलेस्‍ट्रॉल लेवल 170 mg/dl से कम होना चाहिए। इससे ज्‍यादा हो, तो समझ लीजिए बच्‍चे को खतरा है। बता दें कि लिपिड टेस्‍ट बिना कुछ खाए-पिए 12 घंटे तक उपवास के बाद ही किया जाता है।डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

Loving Newspoint? Download the app now