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पेट दर्द ,उल्टियों ने किया बेहाल, डॉ मंजरी के मुताबिक आप हैं फ्राइड राइस सिंड्रोम के शिकार

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बासी खाना खाना कई बार हमारी आदत बन जाती है—खासतौर पर तब, जब हम खाना फेंकने से बचना चाहते हैं। लेकिन अगर ये आदत लापरवाही के साथ निभाई जाए, तो यह सेहत पर भारी पड़ सकती है। अक्सर लोग यह नहीं समझ पाते कि बासी खाने को बार-बार गर्म करना सिर्फ स्वाद या तापमान का मामला नहीं, बल्कि एक गंभीर सेहत का सवाल है। खासकर चावल या फ्राइड राइस जैसी चीज़ों में कुछ विशेष बैक्टीरिया पनप सकते हैं, जो हमारी डाइजेशन सिस्टम को नुकसान पहुंचाते हैं।

डॉ मंजरी चंद्रा, कंसलटेंट क्लिनिकल एंड फंक्शनल न्यूट्रिशन, मैक्स हॉस्पिटल, गुरुग्राम के मुताबिक जब पके हुए चावल को लंबे समय तक कमरे के तापमान पर छोड़ दिया जाता है, तो उसमें Bacillus cereus नामक बैक्टीरिया एक्टिव हो जाता है। यह बैक्टीरिया ही ‘फ्राइड राइस सिंड्रोम’ का मुख्य कारण होता है। यदि ऐसे चावल को ठीक से स्टोर किए बिना दोबारा गर्म करके खाया जाए, तो इससे पेट में दर्द, उल्टी या डायरिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यह स्थिति बच्चों, बुज़ुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए और भी खतरनाक हो सकती है।

इससे बचने के लिए ज़रूरी है कि पके हुए खाने को 1-2 घंटे के भीतर फ्रिज में रख दिया जाए और दोबारा गर्म करते समय उसे अच्छी तरह उबाल या पकाया जाए, ताकि बैक्टीरिया पूरी तरह नष्ट हो जाएं। चावल जैसे खाद्य पदार्थों को बार-बार गर्म करने से बचें और जितना ज़रूरत हो, उतना ही पकाएं। थोड़ी सी सावधानी अपनाकर आप खुद को और अपने परिवार को फूड पॉइजनिंग जैसी समस्या से सुरक्षित रख सकते हैं। (Photo Credit):iStock


फ्राइड राइस सिंड्रोम क्यों है खतरनाक image

फ्राइड राइस सिंड्रोम दरअसल एक प्रकार की फूड पॉइजनिंग है जो Bacillus cereus नामक बैक्टीरिया से होती है। यह बैक्टीरिया खासकर पके हुए चावल और स्टार्चयुक्त खाद्य पदार्थों में तेजी से पनपता है, जब उन्हें लंबे समय तक कमरे के तापमान पर छोड़ दिया जाता है। यह सिंड्रोम अचानक उल्टी, पेट दर्द और डायरिया जैसे लक्षणों के रूप में सामने आता है। बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह खास तौर पर खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए बासी खाना खाने से पहले सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।


कौन सी गलतियां भारी पड़ सकती हैं image

अक्सर लोग माइक्रोवेव में खाना गर्म तो कर लेते हैं, लेकिन यह समझना जरूरी है कि हर हिस्सा एकसमान तापमान पर गर्म नहीं होता। इससे बैक्टीरिया पूरी तरह नष्ट नहीं होते। चावल या नूडल्स जैसे खाद्य पदार्थों को दोबारा गर्म करते समय उन्हें अच्छी तरह से गरम करना और तुरंत खाना जरूरी है। बार-बार गर्म करने और ठंडा करने की प्रक्रिया से बैक्टीरिया को पनपने का अवसर मिल जाता है। यह लापरवाही आपके पेट के लिए ज़हर बन सकती है।


किन खाने की चीजों में ज्यादा खतरा होता है image

चावल, पास्ता, उबले आलू, नूडल्स और अंडे जैसी चीजें बासी होने पर बैक्टीरिया का घर बन सकती हैं। इनमें नमी और स्टार्च की अधिकता बैक्टीरिया को पनपने का पूरा मौका देती है। अगर इन चीजों को सही तापमान पर स्टोर न किया जाए या दोबारा सही तरीके से गर्म न किया जाए, तो ये फूड पॉइजनिंग का कारण बन सकती हैं। चावल जैसे आइटम को फ्रिज में रखना और 24 घंटे के अंदर इस्तेमाल करना ही बेहतर विकल्प है।


बासी खाना सुरक्षित रखने के उपाय image

बचा हुआ खाना तुरंत फ्रिज में स्टोर करें और कोशिश करें कि उसे 1 से 2 दिनों के भीतर ही खत्म कर दें। खाना गर्म करते समय उसे अच्छी तरह उबालें या पकाएं ताकि सभी बैक्टीरिया नष्ट हो सकें। माइक्रोवेव का उपयोग करते समय बीच-बीच में चलाएं ताकि हीट समान रूप से पहुंचे। खाने को बार-बार गर्म करने से बचें, और यदि शक हो तो उसे फेंक देना ही सुरक्षित विकल्प है।


पेट खराब होने पर क्या करें image

अगर बासी खाना खाने के बाद आपको उल्टी, पेट दर्द, दस्त या बुखार जैसा महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। घर पर खुद इलाज करना खतरनाक हो सकता है, खासकर अगर लक्षण लंबे समय तक बने रहें। हाइड्रेशन बनाए रखें, ORS लें और हल्का खाना खाएं। गंभीर मामलों में अस्पताल में भर्ती होना भी पड़ सकता है। इसलिए लक्षणों को नजरअंदाज न करें और समय रहते मेडिकल सलाह जरूर लें।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।

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