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बार-बार पैर में ऐंठन या दर्द को ना करें नजर अंदाज, कोलेस्ट्रॉल बना रहा है जाल,डॉ पीयूष की चेतावनी

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हममें से कई लोग टांगों में बार-बार होने वाले दर्द या ऐंठन को नजरअंदाज कर देते हैं, यह सोचकर कि शायद थकावट या उम्र की वजह से हो रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह परेशानी आपके शरीर में बढ़ते कोलेस्ट्रॉल का संकेत हो सकती है? हाई कोलेस्ट्रॉल धमनियों में रुकावट पैदा करता है, जिससे ब्लड फ्लो कम हो जाता है और नतीजतन टांगों में दर्द, भारीपन और क्रैम्प्स महसूस होने लगते हैं।

डॉ पीयूष मिश्रा जनरल फिजिशियन एंड इम्यूनाइजेशन ऑफिसर, नॉर्थ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट, नई दिल्ली, के मुताबिक हाई कोलेस्ट्रॉल सिर्फ दिल की बीमारियों की वजह नहीं बनता, बल्कि यह शरीर के बाकी हिस्सों में भी कई तरह की समस्याएं पैदा कर सकता है। जब ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है, तो पैरों तक ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति कम हो जाती है। इससे चलते वक्त टांगों में जलन, थकावट और खिंचाव जैसी परेशानियां उभरती हैं।

इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे हाई कोलेस्ट्रॉल टांगों की समस्याओं से जुड़ा होता है, किन लक्षणों को पहचानना जरूरी है और इसे कंट्रोल करने के लिए कौन-कौन से घरेलू और लाइफस्टाइल बदलाव मददगार साबित हो सकते हैं। यह जानकारी आपके लिए हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने की दिशा में पहला कदम साबित हो सकती है। (Photo Credit):iStock


क्रैम्प्स और कोलेस्ट्रॉल का आपसी कनेक्शन image

जब शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है, तो यह धीरे-धीरे धमनियों में जमा होकर उन्हें संकरा कर देता है। इससे पैरों तक पहुंचने वाला रक्त प्रवाह बाधित हो जाता है, और परिणामस्वरूप पैरों में दर्द, झनझनाहट या ऐंठन महसूस होने लगती है। विशेष रूप से चलने या खड़े रहने पर दर्द बढ़ सकता है, और आराम करने पर कम हो जाता है। इसे पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (PAD) का शुरुआती संकेत भी माना जा सकता है। ऐसे में समय रहते इलाज और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल ज़रूरी हो जाता है।


हाई कोलेस्ट्रॉल के अन्य लक्षण image

हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण हमेशा सीधे तौर पर दिखाई नहीं देते, लेकिन कुछ संकेतों पर ध्यान देना जरूरी है। बार-बार सिर दर्द होना, आंखों के आसपास पीले या सफेद घेरों का दिखना, सांस फूलना, सीने में भारीपन, थकावट और टांगों में लगातार दर्द – ये सभी कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के संकेत हो सकते हैं। अगर आप हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा या डायबिटीज जैसी समस्याओं से ग्रस्त हैं, तो कोलेस्ट्रॉल की जांच करवाना और इन लक्षणों पर नजर रखना आपकी सेहत के लिए बेहद जरूरी है।


कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए क्या करें image

डाइट में बदलाव लाकर आप कोलेस्ट्रॉल को नेचुरली कंट्रोल कर सकते हैं। अपने भोजन में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स जैसे अलसी के बीज, अखरोट और मछली को शामिल करें। फाइबर युक्त चीजें जैसे ओट्स, दलिया, सब्जियां और फल ब्लड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं। ट्रांस फैट और सैचुरेटेड फैट से दूर रहें – जैसे डीप फ्राई चीजें, रेड मीट और बेकरी प्रोडक्ट्स। हाइड्रेशन भी जरूरी है, इसलिए दिनभर भरपूर पानी पिएं और शुगर का सेवन सीमित करें।


कैसे अपनाएं एक्टिव लाइफस्टाइल image

केवल डाइट ही नहीं, एक्टिव रहना भी कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में अहम भूमिका निभाता है। रोजाना कम से कम 30 मिनट की वॉक या हल्की एक्सरसाइज करें। योगा, साइकलिंग, स्वीमिंग या ब्रिस्क वॉक जैसे विकल्प बेहद फायदेमंद हो सकते हैं। लंबे समय तक बैठे रहना टांगों की नसों पर दबाव डालता है, जिससे दर्द और सूजन बढ़ सकती है। इसलिए हर घंटे थोड़ी देर चलने या स्ट्रेच करने की आदत बनाएं।


जरूरी है समय पर मेडिकेशन भी image

अगर आपको बार-बार टांगों में दर्द, भारीपन या क्रैम्प्स की समस्या हो रही है, तो इसे अनदेखा न करें। समय पर ब्लड टेस्ट करवा कर कोलेस्ट्रॉल लेवल की जांच कराएं। जरूरत पड़े तो डॉक्टर से परामर्श लेकर दवाएं भी शुरू की जा सकती हैं। कई बार जीवनशैली बदलाव काफी नहीं होते, और मेडिकल सपोर्ट की जरूरत पड़ती है। इसलिए लक्षणों को समझना और समय रहते एक्शन लेना ही बेहतर स्वास्थ्य की कुंजी है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।

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