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इस 'नासपीटे हार्मोन' के चलते नहीं ठहरती प्रेग्नेंसी, डॉक्टर सुषमा से समझें कैसे करें बचाव

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प्रेग्नेंसी प्लान कर रहे कपल्स हर महीने बेसब्री से गुड न्यूज का इंतजार करते हैं। लेकिन कई बार, तमाम कोशिशों के बावजूद भी सफलता हाथ नहीं लगती। जब डॉक्टर के पास जाते हैं और पूरी जांच कराते हैं, तो रिपोर्ट्स नॉर्मल ही आती हैं। ऐसे में समझ नहीं आता कि आखिर गड़बड़ कहां हो रही है।

हालांकि अब इस तरह के मामलों पर गायनाकोलॉजिस्ट डॉ. सुषमा मोगरी ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो के जरिए अहम जानकारी दी है। वह कहती हैं कि कुछ मामलों में प्रेग्नेंसी न ठहरने की वजह कोर्टिसोल हार्मोन हो सकता है। आइए, जानते हैं कि डॉक्टर सुषमा से इस कोर्टिसोल क्या होता है और यह प्रेग्नेंसी में कैसे बाधा बनता है।


सभी फोटो साभार: freepik (सांकेतिक तस्वीर)

कोर्टिसोल बनता है वजह image

डॉ. सुषमा कहती हैं कि कुछ मामलों में गर्भधारण न हो पाने की असली वजह तनाव होता है। कई स्टडीज इस बात की पुष्टि कर चुकी हैं कि स्ट्रेस अनएक्सप्लेंड इनफर्टिलिटी की वजह बनता है यानी कि ऐसा केस, जिसमें सारे टेस्ट नॉर्मल आते हैं लेकिन फिर भी प्रेग्नेंसी नहीं ठहरती।




प्रजनन हार्मोन्स पर डालता है बुरा असर image

स्त्री रोग विशेषज्ञ कहती हैं कि तनाव की स्थिति में शरीर एक खास हार्मोन रिलीज करता है, जिसका नाम है कोर्टिसोल। यह हार्मोन महिलाओं के प्रजनन हार्मोन्स-जैसे एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन पर नकारात्मक असर डालता है।


सही जगह का चुनाव करें image

डॉ. सुषमा आगे सलाह देती हैं कि अगर आप गर्भधारण करना चाहती हैं, तो सबसे पहला कदम है कि तनाव को कम करें। वह आगे कहती हैं कि अगर आप इस महीने कंसीव करने का ट्राई कर रही हैं, तो पीरियड्स के बीच के दिन यानी 10वें से 20वें दिन तक का फर्टाइल पीरियड में सही जगह का चुनाव करें।


कंसीव करने में मिलती है मदद image

वह वीडियो के अंत में कहती हैं कि इसके लिए कप्लस ऐसी जगह जा सकते हैं, जहां मौसम सुहावना हो, माहौल शांत हो और प्रदूषण या टॉक्सिसिटी बहुत कम हो। ऐसा वातावरण न केवल मानसिक शांति देता है, बल्कि कंसीव करने में भी आपकी हेल्प करेगा।


समय से पहले हो सकती है डिलीवरी image

नेशनल इंस्ट्टीयूट ऑफ चाइल्ड हेल्थ एंड ह्यूमन डेवलमेंट के अनुसार, तनाव का हाई लेवल भी हाई ब्ल्ड प्रैशर का कारण बन सकता है, जिससे समय से पहले या फिर कम वजन वाले शिशु के जन्म की संभावना बढ़ जाती है।




यहां देखिए पूरा वीडियो ​


धैर्य से काम लें image

महिलाओं को यह सलाह दी जाती है कि धैर्य से काम लें। तनाव न लें। कोशिश करें कि अपने डेली रूटीन में थोड़ी वाॅक या फिर हल्की-फुल्की एक्सरसाइज को शामिल करें, इससे आपको मेंटली थोड़ा बेहतर फील होगा।





डिस्क्लेमर: लेख में दी गई जानकारी पूरी तरह इंस्टाग्राम रील पर आधारित है। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।



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