पटनाः राजनीति में दोस्ती और दुश्मनी के बीच बहुत की बारीक लकीर होती है। कभी कभी यह लकीर इतनी पतली होती है कि यह पता ही नहीं चला कि कब किसी की दोस्ती दुश्मनी की दीवार पर चिपक गई या फिर कब दो राजनीतिक दुश्मन गलबहियां की गिरफ्त में आ गए। केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह और उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा कब दोस्त बन गए या कि फिर कब दुश्मन बन जायेंगे पता नहीं। जानते हैं दोस्ती दुश्मनी के बीच राजनीति के चितेरे केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह और उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के बीच जुबानी जंग का आमद और खर्च।
मुंगेर का मटन पार्टी
ये वाकया मई 2023 का है जब जदयू नेता राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने मुंगेर में जेडीयू का मटन-चावल भोज अब सियासी मुद्दा बन गया है। तब जदयू महागठबंधन की राजनीति के साथ थे। तब विपक्ष की ओर से विरोध कर रहे बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजय सिन्हा ने कहा था कि जेडीयू के मटन पार्टी में हजारों लोगों को किन-किन जानवरों का मांस खिलाया गया, इसकी जांच होनी चाहिए। विजय सिन्हा ने कहा कि उन्हें खबर मिली है कि मुंगेर से हजारों कुत्ते गायब हो गए हैं।
आरोप तो शराब पिलाने के भी लगे
नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा न कहा कि मुंगेर से कई लोगों की बात सामने आ रही हैं। लोगों का कहना है कि पार्टी के बाद शहर से कुत्ते भी गायब हो गए हैं। लोगों को मीट भात नहीं, बल्कि किन-किन जानवरों का मांस खिलाया गया, ये जांच का विषय है। उन्होंने कहा कि इससे क्या-क्या बीमारी फैलेगी, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि जेडीयू के भोज में शराब परोसी गई या नहीं, यह जांच का विषय है। लेकिन अगर आरोप लगा है, तो इसकी जांच होनी चाहिए। विजय सिन्हा की ओर से यह भी आरोप लगाया है कि ललन सिंह की पार्टी के नाम पर ठेकेदारों से जमकर वैसे की वसूली हुई। इसकी भी जांच कराई जानी चाहिए।
मटन पार्टी में शराब पिलाने का भी लगा था आरोप
इससे पहले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा था कि मुंगेर पार्टी में शराब परोसी गई। जिसके बाद जेडीयू नेताओं की ओर से सम्राट चौधरी पर केस दर्ज कराने की बात कही थी।
सूर्यगढ़ा का मटन पार्टी
सूर्यगढ़ा के मटन पार्टी के दौरान केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने तो एनडीए में थे। लेकिन उनके बीच में मुंगेर मटन पार्टी से शुरू हुआ विरोध सूर्यगढ़ा तक खींच गया। हुआ यह था कि जिला लखीसराय के प्रखंड सूर्यगढ़ा में आयोजित समारोह में उप मुख्यमंत्री रहते विजय कुमार सिन्हा को आमंत्रण नहीं दिया था। मौका था कई योजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन का। केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी मंत्री अशोक चौधरी के साथ सूर्यगढ़ा आए थे। कार्यक्रम खत्म होने के बाद आए हुए लोगों के लिए भोज का इंतजाम था। इस भोज में शाकाहारी और मांसाहारी भोजन का भी इंतजाम था।
इसकी सूचना खुद केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कुछ इस तरह से दी। कहा, 'आप लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था है, खाना खाकर ही जाएं'. मुस्कान भरे लहजे में उन्होंने कहा कि भोजन बना हुआ है,बढ़िया भोजन है, सावन वाला भी भोजन है और जो सावन माह को नहीं मानते उनके लिए भी भोजन है। तब विपक्षी ने केंद्रीय मंत्री की आलोचना की थी।
महाराष्ट्र चुनाव के बाद भी ललन सिंह और विजय सिन्हा आमने सामने
महाराष्ट्र में जब एकनाथ शिंदे के बदले बीजेपी ने देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाया तो ललन सिंह ने बीजेपी पर हमला करते कहा था कि ये बीजेपी वाले सत्ता का अपमान कर रहे हैं। उनके इस बयान पर पलटवार करते विजय कुमार सिन्हा ने कहा था कि ललन बाबू आप जो सत्ता का अपहरण कर जंगल राज के साथ जा कर सत्ता का स्वाद चख रहे हैं , जनता देख रही है। आने वाले चुनाव में बिहार की जनता महागठबंधन को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा रही है।
जंग मगर जारी है
वर्तमान विधानसभा चुनाव में भी अपरोक्ष रूप से ही सही पर दोनों के बीच जंग जारी है। लखीसराय जिले के सूर्यगढ़ा विधानसभा से उम्मीदवार चयन में केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने विजय सिंह के उम्मीदवार को अंततः टिकट नहीं लेने दिया। सीटिंग विधायक रहते प्रह्लाद यादव को बेटिकट किया। सूत्रों की माने तो लखीसराय विधानसभा के चुनावी रण में विपक्ष के उम्मीदवार तय करने में भी उनकी भूमिका रही है।
मुंगेर का मटन पार्टी
ये वाकया मई 2023 का है जब जदयू नेता राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने मुंगेर में जेडीयू का मटन-चावल भोज अब सियासी मुद्दा बन गया है। तब जदयू महागठबंधन की राजनीति के साथ थे। तब विपक्ष की ओर से विरोध कर रहे बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजय सिन्हा ने कहा था कि जेडीयू के मटन पार्टी में हजारों लोगों को किन-किन जानवरों का मांस खिलाया गया, इसकी जांच होनी चाहिए। विजय सिन्हा ने कहा कि उन्हें खबर मिली है कि मुंगेर से हजारों कुत्ते गायब हो गए हैं।
आरोप तो शराब पिलाने के भी लगे
नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा न कहा कि मुंगेर से कई लोगों की बात सामने आ रही हैं। लोगों का कहना है कि पार्टी के बाद शहर से कुत्ते भी गायब हो गए हैं। लोगों को मीट भात नहीं, बल्कि किन-किन जानवरों का मांस खिलाया गया, ये जांच का विषय है। उन्होंने कहा कि इससे क्या-क्या बीमारी फैलेगी, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि जेडीयू के भोज में शराब परोसी गई या नहीं, यह जांच का विषय है। लेकिन अगर आरोप लगा है, तो इसकी जांच होनी चाहिए। विजय सिन्हा की ओर से यह भी आरोप लगाया है कि ललन सिंह की पार्टी के नाम पर ठेकेदारों से जमकर वैसे की वसूली हुई। इसकी भी जांच कराई जानी चाहिए।
मटन पार्टी में शराब पिलाने का भी लगा था आरोप
इससे पहले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा था कि मुंगेर पार्टी में शराब परोसी गई। जिसके बाद जेडीयू नेताओं की ओर से सम्राट चौधरी पर केस दर्ज कराने की बात कही थी।
सूर्यगढ़ा का मटन पार्टी
सूर्यगढ़ा के मटन पार्टी के दौरान केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने तो एनडीए में थे। लेकिन उनके बीच में मुंगेर मटन पार्टी से शुरू हुआ विरोध सूर्यगढ़ा तक खींच गया। हुआ यह था कि जिला लखीसराय के प्रखंड सूर्यगढ़ा में आयोजित समारोह में उप मुख्यमंत्री रहते विजय कुमार सिन्हा को आमंत्रण नहीं दिया था। मौका था कई योजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन का। केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी मंत्री अशोक चौधरी के साथ सूर्यगढ़ा आए थे। कार्यक्रम खत्म होने के बाद आए हुए लोगों के लिए भोज का इंतजाम था। इस भोज में शाकाहारी और मांसाहारी भोजन का भी इंतजाम था।
इसकी सूचना खुद केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कुछ इस तरह से दी। कहा, 'आप लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था है, खाना खाकर ही जाएं'. मुस्कान भरे लहजे में उन्होंने कहा कि भोजन बना हुआ है,बढ़िया भोजन है, सावन वाला भी भोजन है और जो सावन माह को नहीं मानते उनके लिए भी भोजन है। तब विपक्षी ने केंद्रीय मंत्री की आलोचना की थी।
महाराष्ट्र चुनाव के बाद भी ललन सिंह और विजय सिन्हा आमने सामने
महाराष्ट्र में जब एकनाथ शिंदे के बदले बीजेपी ने देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाया तो ललन सिंह ने बीजेपी पर हमला करते कहा था कि ये बीजेपी वाले सत्ता का अपमान कर रहे हैं। उनके इस बयान पर पलटवार करते विजय कुमार सिन्हा ने कहा था कि ललन बाबू आप जो सत्ता का अपहरण कर जंगल राज के साथ जा कर सत्ता का स्वाद चख रहे हैं , जनता देख रही है। आने वाले चुनाव में बिहार की जनता महागठबंधन को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा रही है।
जंग मगर जारी है
वर्तमान विधानसभा चुनाव में भी अपरोक्ष रूप से ही सही पर दोनों के बीच जंग जारी है। लखीसराय जिले के सूर्यगढ़ा विधानसभा से उम्मीदवार चयन में केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने विजय सिंह के उम्मीदवार को अंततः टिकट नहीं लेने दिया। सीटिंग विधायक रहते प्रह्लाद यादव को बेटिकट किया। सूत्रों की माने तो लखीसराय विधानसभा के चुनावी रण में विपक्ष के उम्मीदवार तय करने में भी उनकी भूमिका रही है।
You may also like

असम के मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी से की मुलाकात, दो परियोजनाओं के उद्घाटन के लिए किया आमंत्रित –

सर्दियों में भी रखें होंठों की नमी बरकरार, अपनाएं घरेलू और सुरक्षित उपाय –

जो परिवार नहीं संभाल पाए, वो बिहार क्या संभालेंगे : दिलीप जायसवाल –

भुतहा पुलिस स्टेशन में शुरू हुआ रहस्मयी खेल, 'इंस्पेक्शन बंगलो' के ट्रेलर में डरावनी दुनिया और कॉमेडी का तड़का

बिहार विधानसभा चुनाव के बीच पवन सिंह का 'एक बिहारी सौ पर भारी' सॉन्ग रिलीज




