श्रीनगर: पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह खुद बैसरन वैली पहुंचे थे। आतंकी हमले का ऑपरेशन सिंदूर से बदला लेने के बाद गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुंचे। गृह मंत्री अमित शाह ने पुंछ जिले में सीमापार गोलाबारी से प्रभावित गुरुद्वारा सिंह साहिब का दौरा किया और मत्था टेका। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीमा पार से गोलाबारी में प्रभावित लोगों से मुलाकात की और पीड़ित परिवार को रोजगार नियुक्ति पत्र सौंपे। गृह मंत्री अमित शाह ने पुंछ में गीता भवन मंदिर का दौरा किया और पूजा-अर्चना की।
बीएसएफ जवानों की ठोंकी पीठ
अमित शाह ने जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल की मौजूदगी में एक उच्च स्तरीय बैठक भी ली। शाह ने सीमा सुरक्षा बल (सीमा सुरक्षा बल) के वीर जवानों से भी संवाद किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि दुश्मन को जो चोट आपने दी है। उसकी भरपाई करने में उसे पांच से छह साल लगेंगे। शाह ने कहा कि आपकी सटीक जानकारी काम आई। बीएसएफ के जवानों ने पाकिस्तान की 118 निगरानी पोस्टों का तबाह किया। अमित शाह ने कि मैं यहां पर आपको पूरे देश से बधाई देने आया हूं। उन्होंने कहा कि मैं जनप्रतिनिधि के तौर पर जहां जाता हूं। वहां जितना जयकारा सेना के जवानों के लिए लगता है। उतना ही जयकारा बीएसएसफ के जवानों के लिए भी लगता है। शाह ने कहा सीमा पर कभी भी कुछ होता है तो सबसे पहले बीएसएफ ही मोर्चा संभाली है।
भारत सरकार आपके साथ है
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पाकिस्तान ने जो घोर निंदनीय हमला किया था। रिहायाशी, धार्मिक स्थानों पर हमला किया। वो हमले में हमारे जो नागरिक हताहत हुए उनके परिजनों को सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र देने का कार्यक्रम आज यहां आयोजित किया है। हम सब जानते हैं कि इस मुआवजा और ये सरकारी नौकरी से आपके जीवन में जो क्षति हुई इसकी परिपूर्ति नहीं हो सकती है लेकिन जम्मू-कश्मीर की सरकार और भारत सरकार का ये प्रतीक है। हम सब आपके साथ खड़े हैं। हर आतंकवादी हमले का जवाब इतनी ही तत्परता और इतनी कठोरता से दिया जाएगा।
हमें उम्मीद है कि शाह मदद करेंगे
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तान की ओर से सीमा पार से की जा रही गोलाबारी से प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। इस दौरान यहां की निवासी जसकिरन कौर ने केंद्रीय गृह मंत्री के सामने अपने बात रखी। बात में कौर ने बताया कि गोलाबारी में किसको कितना नुकसान हुआ है। पाकिस्तान ने जो कायराना हरकत की है, उससे लोग डरे हुए हैं। हमें उम्मीद है कि अमित शाह हमें हमारे नुकसान की भरपाई दिलाने में मदद करेंगे। हम उनके साथ हैं और उम्मीद है कि वह हमारे साथ देंगे। हम सुबह से ही उनकी एक झलक पाने का इंतजार कर रहे थे। हमें पूरा भरोसा है कि वह हमारे लिए कुछ करेंगे।
राहुल गांधी के बाद पहुंचे शाह
गृह मंत्री ने अपने दौरे में छोटे बच्चों से भी मुलाकात की। गृह मंत्री से पहले लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी भी पुंछ के दौरे पर पहुंचे थे। तब उन्हाेंने भी मंदिर, मस्जिद और गुरुद्धारे का दौरा किया था। 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे। इसमें 25 टूरिस्ट थे। इसके बाद भारत ने सात मई को ऑपरेशन सिंदूर से बदला लिया था। 10 मई को दोनों देशों के बीच सीजफायर होने से पहले तीन दिन के सैन्य संघर्ष में पाकिस्तान ने सीमापार से गाेलीबारी की थी। इसमें पुंछ में काफी नुकसान हुआ था।
#WATCH पुंछ, जम्मू-कश्मीर: बीएसएफ जवानों से बातचीत के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर में अपनी परंपराओं को कायम रखते हुए जम्मू फ्रंटियर के बीएसएफ जवान, राजस्थान फ्रंटियर के बीएसएफ जवान और सुदूर कच्छ सीमा पर तैनात जवान, सभी ने पूरी सतर्कता के साथ सीमा की… pic.twitter.com/8UmgAO5Qsg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 30, 2025
बीएसएफ जवानों की ठोंकी पीठ
अमित शाह ने जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल की मौजूदगी में एक उच्च स्तरीय बैठक भी ली। शाह ने सीमा सुरक्षा बल (सीमा सुरक्षा बल) के वीर जवानों से भी संवाद किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि दुश्मन को जो चोट आपने दी है। उसकी भरपाई करने में उसे पांच से छह साल लगेंगे। शाह ने कहा कि आपकी सटीक जानकारी काम आई। बीएसएफ के जवानों ने पाकिस्तान की 118 निगरानी पोस्टों का तबाह किया। अमित शाह ने कि मैं यहां पर आपको पूरे देश से बधाई देने आया हूं। उन्होंने कहा कि मैं जनप्रतिनिधि के तौर पर जहां जाता हूं। वहां जितना जयकारा सेना के जवानों के लिए लगता है। उतना ही जयकारा बीएसएसफ के जवानों के लिए भी लगता है। शाह ने कहा सीमा पर कभी भी कुछ होता है तो सबसे पहले बीएसएफ ही मोर्चा संभाली है।
भारत सरकार आपके साथ है
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पाकिस्तान ने जो घोर निंदनीय हमला किया था। रिहायाशी, धार्मिक स्थानों पर हमला किया। वो हमले में हमारे जो नागरिक हताहत हुए उनके परिजनों को सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र देने का कार्यक्रम आज यहां आयोजित किया है। हम सब जानते हैं कि इस मुआवजा और ये सरकारी नौकरी से आपके जीवन में जो क्षति हुई इसकी परिपूर्ति नहीं हो सकती है लेकिन जम्मू-कश्मीर की सरकार और भारत सरकार का ये प्रतीक है। हम सब आपके साथ खड़े हैं। हर आतंकवादी हमले का जवाब इतनी ही तत्परता और इतनी कठोरता से दिया जाएगा।
हमें उम्मीद है कि शाह मदद करेंगे
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तान की ओर से सीमा पार से की जा रही गोलाबारी से प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। इस दौरान यहां की निवासी जसकिरन कौर ने केंद्रीय गृह मंत्री के सामने अपने बात रखी। बात में कौर ने बताया कि गोलाबारी में किसको कितना नुकसान हुआ है। पाकिस्तान ने जो कायराना हरकत की है, उससे लोग डरे हुए हैं। हमें उम्मीद है कि अमित शाह हमें हमारे नुकसान की भरपाई दिलाने में मदद करेंगे। हम उनके साथ हैं और उम्मीद है कि वह हमारे साथ देंगे। हम सुबह से ही उनकी एक झलक पाने का इंतजार कर रहे थे। हमें पूरा भरोसा है कि वह हमारे लिए कुछ करेंगे।
राहुल गांधी के बाद पहुंचे शाह
गृह मंत्री ने अपने दौरे में छोटे बच्चों से भी मुलाकात की। गृह मंत्री से पहले लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी भी पुंछ के दौरे पर पहुंचे थे। तब उन्हाेंने भी मंदिर, मस्जिद और गुरुद्धारे का दौरा किया था। 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे। इसमें 25 टूरिस्ट थे। इसके बाद भारत ने सात मई को ऑपरेशन सिंदूर से बदला लिया था। 10 मई को दोनों देशों के बीच सीजफायर होने से पहले तीन दिन के सैन्य संघर्ष में पाकिस्तान ने सीमापार से गाेलीबारी की थी। इसमें पुंछ में काफी नुकसान हुआ था।
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