कोरबा: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में जंगली हाथी के हमले में एक ग्रामीण की मौत हो गई। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि जिले के कटघोरा वन मंडल के अंतर्गत पसान वन क्षेत्र के बनिया गांव में जंगली हाथी के हमले में कोरबा के मुरली गांव के निवासी तीजराम धोबी की मृत्यु हो गई। मृतक की उम्र 38 साल बताई जा रही है। घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
मामले की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने बताया कि मुरली गांव का रहने वाला तीजराम ईंट भट्ठा में काम करने के लिए अपने ससुराल बनिया गांव में रहता था। गुरुवार की शाम लगभग आठ बजे जब वह बनिया गांव के करीब ठीहाईपारा से काम करने के बाद अन्य लोगों के साथ वापस लौट रहा था। इसी दौरान रास्ते में उसका सामना दो जंगली हाथियों से हो गया।
बाकी लोग मौके से भाग गए
अधिकारियों ने बताया कि हाथियों को सामने देखकर वहां मौजूद अन्य लोग मौके से भाग गए लेकिन तीजराम भाग नहीं सका और एक हाथी ने उसे कुचलकर मार डाला। उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग के दल को घटनास्थल के लिए भेजा गया और शव बरामद किया गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया। शुक्रवार को शव परिजनों के हवाले कर दिया गया।
परिवार को मिलेगा मुआवजा
अधिकारियों ने बताया कि घटना के बाद मृतक की पत्नी को 25 हजार रुपए तत्काल सहायता राशि दी गई है। बची हुई शेष 5 लाख 75 हजार रुपये सभी औपचारिकता पूरी करने के बाद दिए जाएंगे। वन विभाग के अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वह अकेले जंगल की तरफ नहीं जाएं।
कई इलाकों में हाथियों का आतंक
छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में हाथियों का आतंक है। राज्य के कई जिलों में जंगली हाथी ग्रामीण इलाकों में आ जाते हैं। जिस कारण से लोगों की फसल को भारी नुकसान होता है। वन विभाग की टीम लगातार लोगों से जंगलों में नहीं जाने की अपील करते हैं।
मामले की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने बताया कि मुरली गांव का रहने वाला तीजराम ईंट भट्ठा में काम करने के लिए अपने ससुराल बनिया गांव में रहता था। गुरुवार की शाम लगभग आठ बजे जब वह बनिया गांव के करीब ठीहाईपारा से काम करने के बाद अन्य लोगों के साथ वापस लौट रहा था। इसी दौरान रास्ते में उसका सामना दो जंगली हाथियों से हो गया।
बाकी लोग मौके से भाग गए
अधिकारियों ने बताया कि हाथियों को सामने देखकर वहां मौजूद अन्य लोग मौके से भाग गए लेकिन तीजराम भाग नहीं सका और एक हाथी ने उसे कुचलकर मार डाला। उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग के दल को घटनास्थल के लिए भेजा गया और शव बरामद किया गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया। शुक्रवार को शव परिजनों के हवाले कर दिया गया।
परिवार को मिलेगा मुआवजा
अधिकारियों ने बताया कि घटना के बाद मृतक की पत्नी को 25 हजार रुपए तत्काल सहायता राशि दी गई है। बची हुई शेष 5 लाख 75 हजार रुपये सभी औपचारिकता पूरी करने के बाद दिए जाएंगे। वन विभाग के अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वह अकेले जंगल की तरफ नहीं जाएं।
कई इलाकों में हाथियों का आतंक
छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में हाथियों का आतंक है। राज्य के कई जिलों में जंगली हाथी ग्रामीण इलाकों में आ जाते हैं। जिस कारण से लोगों की फसल को भारी नुकसान होता है। वन विभाग की टीम लगातार लोगों से जंगलों में नहीं जाने की अपील करते हैं।
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