शंकर सिंह, नई दिल्लीः द्वारका के मोहन गार्डन में हुई कत्ल की कोशिश और गुड़गांव में हुई हत्या की मॉडस ऑपरेंडी एक जैसी थी। महज तीन घंटे के अंतराल में हुई इन दोनों सनसनीखेज वारदात के शिकार हुए पीड़ितों को 'मनी ट्रैप' में फंसा कर अपने दिए समय और अपनी बताई लोकेशन पर बुलाया गया। इसके बाद ताबड़तोड़ फायरिंग की गई। मोहन गार्डन में कई गोलियां लगने के बावजूद हरियाणा निवासी मोहित डागर उर्फ कबूलपुरिया की हालत गंभीर है, लेकिन वह खतरे से बाहर बताया जा रहा है। दूसरी तरफ, गुड़गांव में प्रॉपर्टी कारोबारी और फाइनैंसर रोहित शौकीन की मौके पर ही मौत हो गई थी।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि इन दोनों दिल दहला देने वाली वारदात के पीछे गैंगस्टर हिमांशु उर्फ भाऊ के सिंडिकेट का हाथ है। भाऊ सिंडिकेट ने 'मनी ट्रैप' के जरिए दो लोगों को निशाना बनाने की साजिश रची। रोहतक के सन्नी रिटोलिया
विदेश भाग चुके फाइनैंसर ने ली जिम्मेदारी
दूसरी तरफ, गुड़गांव में सोमवार रात 9:00 बजे दिल्ली के अमन विहार निवासी रोहित शौकीन को भी गुड़गांव में पैसे लेने बुलाया गया था। समय और लोकेशन तय होने के कारण शूटरों ने हत्या को अंजाम दिया। रोहित सिंगर राहुल यादव उर्फ फाजिलपुरिया को फाइनैंस करता था। एक पोस्ट में फाइनैंसर सुनील सरधाना, दीपक नांदल और इंद्रजीत यादव की तरफ से हत्या की जिम्मेदारी ली गई है, जिन्होंने फाजिलपुरिया पर भी फायरिंग करवाने का दावा किया था। पांच करोड़ नहीं लौटाने पर करीबियों की हत्या की धमकी दी थी।
शूटर अलग-अलग भी हो सकते हैं
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आशंका है कि मोहन गार्डन में कत्ल की कोशिश और गुड़गांव हत्याकांड के शूटर एक नहीं हो सकते। मोहन गार्डन के शूटर बाइक छोड़कर भागे थे, जो सोमवार शाम 7:30 बजे तक द्वारका में देखे गए है।
लिहाजा उनका इतनी जल्दी गुड़गांव जाकर हत्या करना असंभव लग रहा है। पुलिस ने कहा कि इस बात की संभावना है कि भाऊ सिंडिकेट ने दो हत्याओं की साजिश रचते हुए अलग-अलग टीमें बनाई होगी। इसका खुलासा बदमाशों के पकड़े जाने के बाद ही हो सकेगा। गुड़गांव पुलिस सिगर फाजिलपुरिया पर 14 जुलाई को हुए जानलेवा हमले के शूटरों को अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि इन दोनों दिल दहला देने वाली वारदात के पीछे गैंगस्टर हिमांशु उर्फ भाऊ के सिंडिकेट का हाथ है। भाऊ सिंडिकेट ने 'मनी ट्रैप' के जरिए दो लोगों को निशाना बनाने की साजिश रची। रोहतक के सन्नी रिटोलिया
विदेश भाग चुके फाइनैंसर ने ली जिम्मेदारी
- पुलिस को शक, दोनों शूटआउट के लिए थी अलग-अलग टीमें, शूटरों की तलाश तेज
- पैसे लेने के बहाने बुलाया, फिर मौत के घाट उतारा, दोनों वारदात की मॉडस ऑपरेंडी एक
- 5 करोड़ की वसूली से जुड़े तार, विदेश में बैठे फाइनैंसर ने ली हत्या की जिम्मेदारी
दूसरी तरफ, गुड़गांव में सोमवार रात 9:00 बजे दिल्ली के अमन विहार निवासी रोहित शौकीन को भी गुड़गांव में पैसे लेने बुलाया गया था। समय और लोकेशन तय होने के कारण शूटरों ने हत्या को अंजाम दिया। रोहित सिंगर राहुल यादव उर्फ फाजिलपुरिया को फाइनैंस करता था। एक पोस्ट में फाइनैंसर सुनील सरधाना, दीपक नांदल और इंद्रजीत यादव की तरफ से हत्या की जिम्मेदारी ली गई है, जिन्होंने फाजिलपुरिया पर भी फायरिंग करवाने का दावा किया था। पांच करोड़ नहीं लौटाने पर करीबियों की हत्या की धमकी दी थी।
शूटर अलग-अलग भी हो सकते हैं
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आशंका है कि मोहन गार्डन में कत्ल की कोशिश और गुड़गांव हत्याकांड के शूटर एक नहीं हो सकते। मोहन गार्डन के शूटर बाइक छोड़कर भागे थे, जो सोमवार शाम 7:30 बजे तक द्वारका में देखे गए है।
लिहाजा उनका इतनी जल्दी गुड़गांव जाकर हत्या करना असंभव लग रहा है। पुलिस ने कहा कि इस बात की संभावना है कि भाऊ सिंडिकेट ने दो हत्याओं की साजिश रचते हुए अलग-अलग टीमें बनाई होगी। इसका खुलासा बदमाशों के पकड़े जाने के बाद ही हो सकेगा। गुड़गांव पुलिस सिगर फाजिलपुरिया पर 14 जुलाई को हुए जानलेवा हमले के शूटरों को अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
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