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कनाडा का PR हासिल करना है? जानिए भारतीयों को किन 3 तरीकों से मिल जाएगी परमानेंट रेजिडेंसी

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Canada PR Process: कनाडा में करीब 18 लाख भारतीय रह रहे हैं, जिसमें नौकरीपेशा और छात्रों की संख्या दोनों शामिल है। भारतीय छात्र तो पिछले कुछ सालों में बड़ी संख्या में कनाडा में पहुंचे हैं। नौकरी के लिए जाने वाले लोगों की संख्या भी ठीक-ठाक है। कनाडा जाने वाले लोगों की एक ही तमन्ना होती है कि उन्हें किसी भी तरह से जल्द से जल्द परमानेंट रेजिडेंसी मिल जाए। परमानेंट रेजिडेंसी का मतलब है कि उनके लिए कनाडा में काम करना और रहना बिल्कुल आसान हो जाएगा। कनाडा में भले ही वीजा नियम कड़े कर दिए गए हैं, लेकिन इसके बाद भी भारतीय यहां पहुंच रहे हैं। भारतीय छात्र यहां इसलिए पढ़ने जाते हैं, क्योंकि कोर्स खत्म होने के बाद तीन साल का वर्क परमिट मिल जाता है। कनाडा लोगों को आसानी से परमानेंट रेजिडेंसी (पीआर) देने के लिए भी जाना जाता है। पीआर मिलने के बाद कनाडा की नागरिकता लेने का प्रोसेस भी शुरू हो जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि कनाडा में परमानेंट रेजिडेंसी हासिल करने के लिए कितने सारे ऑप्शन मौजूद हैं। किन तरीकों से कनाडा में मिलता है पीआर? एक्सप्रेस एंट्री सिस्टम: एक्सप्रेस एंट्री सिस्टम खासतौर पर फेडरल स्किल्ड वर्कर प्रोग्राम (FSWP) स्किल भारतीय प्रोफेशनल्स के बीच पीआर हासिल करने का सबसे पॉपुलर रास्ता है। इस सिस्टम के तहत आवेदक की उम्र, एजुकेशन, वर्क एक्सपीरियंस, भाषा की जानकारी और अनुकूलनशीलता जैसे फैक्टर्स के आधार पर पीआर के लिए चुना जाता है। कॉम्प्रिहेंसिव रैंकिंग सिस्टम (CRS) में अलग-अलग फैक्टर्स के आधार पर नंबर मिलते हैं, जो पीआर के लिए एलिजिबिल बना देते हैं। प्रोविंशियल नॉमिनी प्रोग्राम: इस प्रोग्राम के जरिए कनाडा के अलग-अलग राज्यों में लेबर मार्केट की जरूरत को पूरा करने वाले भारतीयों को पीआर दिया जाता है। ओंटारियो इमिग्रेंट नॉमिनी प्रोग्राम (OINP), ब्रिटिश कोलंबिया प्रोविंशियल नॉमिनी प्रोग्राम (BC PNP) जैसे प्रोग्राम के जरिए किसी राज्य में किसी खास को काम करने वाले भारतीय पीआर हासिल कर सकते हैं। CRS स्कोर कम होने पर भी पीआर मिल जाता है। कैनेडियन एक्सपीरियंस क्लास: कनाडा में पढ़ने वाले छात्र भी पीआर हासिल कर सकते हैं। सबसे पहले उन्हें कोर्स खत्म होने के बाद पोस्ट-ग्रेजुएशन वर्क परमिट (PGWP) के लिए अप्लाई करना होता है। ये मिलने के बाद वह कनाडा में कुछ साल काम करते हैं और कैनेडियन वर्क एक्सपीरियंस हासिल कर लेते हैं। एक बार जब उन्हें कनाडा में काम करने का अनुभव मिल जाता है, तो वह कैनेडियन एक्सपीरियंस क्लास (CEC) के लिए एलिजिबिल हो जाते हैं। इनके अलावा भी कई सारे ऐसे तरीके हैं, जिनके जरिए कनाडा में परमानेंट रेजिडेंसी हासिल की जा सकती है। हालांकि, ज्यादातर भारतीयों के बीच ये तीन तरीके ही पॉपुलर हैं। अगर आप भी कनाडा की परमानेंट रेजिडेंसी हासिल करना चाहते हैं तो फिर इनमें से एक किसी एक ऑप्शन को चुन सकते हैं।
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