अगली ख़बर
Newszop

हार्वर्ड-स्टैनफर्ड नहीं, ये है अमेरिका की नंबर वन यूनिवर्सिटी, US न्यूज ने जारी की टॉप-10 की रैंकिंग

Send Push
US Universities Rankings: अमेरिका की यूनिवर्सिटीज को पिछले छह महीने में राजनीतिक दबाव, फंडिंग में कटौती और एडमिशन को लेकर सवालों का सामना करना पड़ा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की वापसी के बाद तो यूनिवर्सिटीज सबसे ज्यादा परेशान हुई हैं। बावजूद इसके हर संस्थान ने अपनी हाई-क्वालिटी एजुकेशन को बरकरार रखा है। यूएस न्यूज एंड वर्ल्ड रिपोर्ट ने 2026 के लिए बेस्ट कॉलेज रैंकिंग जारी की है, जिसमें वे सभी संस्थान शामिल हैं, जिनकी गिनती दुनिया में सबसे बेस्ट यूनिवर्सिटी के तौर पर होती है।

Video



अमेरिका के सबसे बेहतरीन और नंबर वन संस्थान का दर्जा प्रिंसटन यूनिवर्सिटी को मिला है। इसके बाद दूसरे नंबर पर मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और तीसरे पायदान पर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी काबिज रही है। स्टैनफर्ड और येल यूनिवर्सिटी दोनों ही चौथे नंबर पर हैं। ये दिखाता है कि दोनों संस्थानों के बीच कितना बड़ा मुकाबला रहा है। शिकागो यूनिवर्सिटी, ड्यूक यूनिवर्सिटी, जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी, नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिल्वेनिया भी टॉप-10 में जगह बनाने में कामयाब हुई हैं।



अमेरिका की टॉप-10 यूनिवर्सिटी

  • प्रिंसटन यूनिवर्सिटी
  • मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT)
  • हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
  • स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी
  • येल यूनिवर्सिटी
  • शिकागो यूनिवर्सिटी
  • ड्यूक यूनिवर्सिटी
  • जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी
  • नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी
  • पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी
देश की टॉप-50 नेशनल यूनिवर्सिटीज में सिर्फ तीन ऐसे संस्थान हैं, जिनकी रैंकिंग में थोड़ा बहुत बदलाव देखा गया है। कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी और शिकागो यूनिवर्सिटी इसमें शामिल हैं। नॉर्थईस्टर्न की रैंकिंग सबसे ज्यादा बदली है, जो आठ पायदान की छलांग लगाते हुए 46 नंबर पर आ गई है।



किस आधार पर तय हुई रैंकिंग?

यूएस न्यूज ने रैंकिंग तैयार करने के लिए 17 फैक्टर्स पर हर यूनिवर्सिटी को मापा है। इसमें ग्रेजुएशन के बाद छात्रों के जॉब मिलने की संभावना, फैकल्टी रिसोर्स, रिसर्च एक्टिविटी और उसकी प्रतिष्ठा, आलोचनाओं के बाद भी संस्थान की स्टूडेंट्स-पैरेंट्स के बीच पॉपुलैरिटी शामिल हैं। बहुत से कॉलेज लीडर्स का कहना है कि यूनिवर्सिटीज को रैंक करने की वजह से हायर एजुकेशन की वैल्यू काफी आसान हो जाती है। इसके जरिए ये मालूम चलता है कि किस यूनिवर्सिटी से डिग्री लेना ज्यादा फायदे का सौदा है।

न्यूजपॉईंट पसंद? अब ऐप डाउनलोड करें