हमीरपुर : हिमाचल के हमीरपुर जिले में पशु क्रूरता का मामला सामना आया है। जहां एक कुत्ते के प्राइवेट पार्ट में किसी ने पेड़ की टहनियां डाल दी। सरामा एनीमल नाम की फाउडेंशन ने घायल कत्ते का उपचार करवाया है। वहीं पुलिस सदर थाना हमीरपुर में जाकर पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जल्द आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। जानकारी के अनुसार, शहर के बीचों बीच शिव नगर में कुत्ते के गुप्तांग में जबरन शाखाएं और टहनियां डाली गई थी। फुटपाथ पर दर्द से असहाय पीड़ा सहन कर रही कुत्ते की मदद के लिए वनीता प्रदीप पहुंची।
आरोपी को कड़ी सजा देने की मांग
वनीता प्रदीप ने बताया कि जब कुत्ते के साथ इस तरह के कृत्य होने की सूचना मिली तो पहले इसका इलाज करवाया गया। उन्होंने कहा कि ऐसी दरिदंगी करने वाले व्यक्ति को पकड कर कड़ी सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा करने वाले को रोका नही किया गया तो विकृत मानसिकता वाले किसी और के साथ ही ऐसा काम करेगे। वनीता प्रदीप का कहना है कि सरकार के द्वारा पशु क्रूरता के लिए बनाए गए कानून बहुत सख्त है लेकिन इन्हें इंप्लीमेंट सही से नहीं किया जा रहा है जिससे पशु कू्ररता पर अंकुश नही लग पा रहा है।
18 सालों से बेजुबानों के लिए काम कर रही वनीता
वनीता प्रदीप ने बताया कि पिछले 18 सालों से वो बेजुबान जानवरों के लिए काम कर रही है। पहले अपने घर ही रेस्कयू करके जानवरों को लाकर इलाज करना पडता था और अब सरामा एनीमल फाउडेशन के तहत किराए की जमीन पर शेल्टर बनाकर 187 जानवारों को रखा गया है। उन्होंने बताया कि घर से ही जानवरों के लिए प्रेम के चलते ही मन में बेजुवान जानवरो की सेवा के लिए काम करने की इच्छा हुई जिससे अब यह काम किया जा रहा है। वनीता प्रदीप ने लोगों से भी अपील की है कि बेजुवान जानवरों की मदद के लिए सभी को आगे आना चाहिए। क्योंकि हर जानवर को दर्द एक समान होता है। उन्होंने कहा कि बेजुवान जानवरों की मदद के लिए लोगों को आगे आते हुए तुरंत नजदीकी एनजीओ को संपर्क करे ताकि घायल जानवरों की मदद की जा सके।
आरोपी को कड़ी सजा देने की मांग
वनीता प्रदीप ने बताया कि जब कुत्ते के साथ इस तरह के कृत्य होने की सूचना मिली तो पहले इसका इलाज करवाया गया। उन्होंने कहा कि ऐसी दरिदंगी करने वाले व्यक्ति को पकड कर कड़ी सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा करने वाले को रोका नही किया गया तो विकृत मानसिकता वाले किसी और के साथ ही ऐसा काम करेगे। वनीता प्रदीप का कहना है कि सरकार के द्वारा पशु क्रूरता के लिए बनाए गए कानून बहुत सख्त है लेकिन इन्हें इंप्लीमेंट सही से नहीं किया जा रहा है जिससे पशु कू्ररता पर अंकुश नही लग पा रहा है।
18 सालों से बेजुबानों के लिए काम कर रही वनीता
वनीता प्रदीप ने बताया कि पिछले 18 सालों से वो बेजुबान जानवरों के लिए काम कर रही है। पहले अपने घर ही रेस्कयू करके जानवरों को लाकर इलाज करना पडता था और अब सरामा एनीमल फाउडेशन के तहत किराए की जमीन पर शेल्टर बनाकर 187 जानवारों को रखा गया है। उन्होंने बताया कि घर से ही जानवरों के लिए प्रेम के चलते ही मन में बेजुवान जानवरो की सेवा के लिए काम करने की इच्छा हुई जिससे अब यह काम किया जा रहा है। वनीता प्रदीप ने लोगों से भी अपील की है कि बेजुवान जानवरों की मदद के लिए सभी को आगे आना चाहिए। क्योंकि हर जानवर को दर्द एक समान होता है। उन्होंने कहा कि बेजुवान जानवरों की मदद के लिए लोगों को आगे आते हुए तुरंत नजदीकी एनजीओ को संपर्क करे ताकि घायल जानवरों की मदद की जा सके।
You may also like
अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच हुआ व्यापक टैरिफ समझौता, व्यापार युद्ध टला
सीरिया में असद के पतन के बाद पहली बार संसदीय चुनाव, सितंबर में होंगे मतदान
स्कूल सभा के लिए आज के समाचार: राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय और खेल की प्रमुख खबरें
वाराणसी में अवैध गतिविधियों पर सख्ती: एसओजी-2 का गठन, एसओजी-1 को नई जिम्मेदारी
हड्डी टूटने के बावजूद बैटिंग करके बचाया मैच, अब ऋषभ पंत सीरीज से बाहर, BCCI ने इस खिलाड़ी की कराई टीम इंडिया में एंट्री