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व्हाइट हाउस को भरोसा नहीं... क्या इस्तीफा देने वाले हैं FBI डायरेक्टर काश पटेल? जानें क्यों लटकी तलवार

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वॉशिंगटन: अमेरिकी जांच एजेंसी FBI के डायरेक्टर काश पटेल पर इस्तीफे की तलवार लटक रही है। ऐसा कहा जा रहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जल्द ही उनका इस्तीफा लेने वाले हैं। दरअसल, काश पटेल राष्ट्रपति ट्रंप के सहयोगी चार्ली किर्क की हत्या के बाद आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं। अमेरिकी कांग्रेस ने भी चार्ली किर्क की हत्या की जांच के तरीके को लेकर काश पटेल से सवाल-जवाब करने वाली है। यह अटकलें पूर्व मिसौरी अटॉर्नी जनरल एंड्रयू बेली के FBI का डिप्टी डायरेक्टर नियुक्त होने से और तेज हो गई हैं। ट्रंप के कार्यकाल की शुरुआत में बेली FBI डायरेक्टर की रेस में सबसे आगे चल रहे थे, हालांकि बाद में काश पटेल को यह पद दिया गया।



काश पटेल की अमेरिकी संसद में पेशी

काश पटेल मंगलवार और बुधवार को सीनेट और हाउस ज्यूडिशियरी कमेटियों के सामने पेश होंगे। इस दौरान उनसे न केवल चार्ली किर्क मामले में FBI की भूमिका, बल्कि अपनी नियुक्ति के बाद से कथित तौर पर राजनीतिक संघर्ष और आंतरिक उथल-पुथल से विभाजित एजेंसी को स्थिर करने की उनकी क्षमता के बारे में सवाल-जवाब किए जाएंगे। फॉक्स न्यूज ने इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले एक सूत्र के हवाले से बताया है, "व्हाइट हाउस, अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी और उप अटॉर्नी जनरल टॉड ब्लैंच को काश पर कोई भरोसा नहीं है।"



ट्रंप ने काश पटेल की तारीफ की

हालांकि, शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने FBI द्वारा किर्क के कथित हत्यारे टायलर रॉबिन्सन की पहचान करने और उसे पकड़ने के लिए काश पटेल की प्रशंसा की। एक्स पर एक पोस्ट में, कंजर्वेटिव थिंक टैंक मैनहट्टन इंस्टीट्यूट के फेलो क्रिस्टोफर एफ रूफो ने कहा कि "रिपब्लिकन के लिए यह आकलन करने का समय आ गया है कि क्या काश पटेल FBI चलाने के लिए सही व्यक्ति हैं।"



काश पटेल पर क्यों उठ रहे सवाल

रूफो ने आगे कहा, "पिछले कुछ दिनों में उनका प्रदर्शन बहुत खराब रहा है, और यह स्पष्ट नहीं है कि उनके पास अमेरिका में शांति के लिए खतरा पैदा करने वाले हिंसक आंदोलनों - चाहे वे किसी भी विचारधारा के हों - की जांच, घुसपैठ और उन्हें बाधित करने की ऑपरेशनल विशेषज्ञता है या नहीं।" उन्होंने आगे कहा, "मैं पिछले कुछ दिनों से कई कंजर्वेटिव नेताओं से फोन पर बात कर रहा हूं, जो सभी ट्रंप प्रशासन का तहे दिल से समर्थन करते हैं - और उनमें से किसी को भी इस बात का भरोसा नहीं है कि एफबीआई का मौजूदा ढांचा इस काम के लिए सक्षम है।"



विरोधियों के निशाने पर कैसे आए काश पटेल

दरअसल, चार्ची किर्क की हत्या के तुरंत बाद काश पटेल ने दावा किया था कि इस गोलीबारी का एक संदिग्ध पकड़ा गया है। वहीं, यूटा के ओरेम में गोलीबारी वाली जगह पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने काश पटेल के दावे का खंडन किया। इससे घंटों तक भ्रम की स्थिति बनी रही। बाद में एफबीआई ने स्पष्ट किया कि घटना के बाद दो लोगों से पूछताछ की गई थी, लेकिन बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया।

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