गाजियाबाद: गाजियाबाद स्थित मसूरी के गांव मसौता में शनिवार को दो पक्षों में हुए झगड़े रविवार रात विवाद जातीय संघर्ष में बदल गया। रविवार रात भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के लोग जब गांव में पीड़ित पक्ष के लोगों से मिलने पहुंचे तो आरोप है कि दूसरे पक्ष ने पत्थरबाजी कर दी। इस दौरान लोगों ने इधर-उधर भागकर अपनी जान बचाई। पथराव में भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के लोगों की दो कारों के शीशे टूट गए।
मौके पर पहुंची पुलिस के सामने भी पत्थरबाजी होती रही। पुलिस ने उन्हें काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन हमलावर नहीं माने। कुछ देर बाद कई थानों की पुलिस पहुंची तो मामला शांत हुआ। सोमवार को भी गांव छावनी में तब्दील रहा। गांव में पीएसी व कई थानों की पुलिस ने डेरा डाला है। गांव में भय का माहौल है।
मामले में कुछ नामजद और कुछ अज्ञात मिलाकर कुल 26 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। इस मामले में दोनों ओर से सात लोगों को गिरफ्तार किया गया।
मसूरी क्षेत्र के गांव मसौता निवासी एक महिला का आरोप है कि 13 सितंबर को उनका बेटा घर से बाइक लेकर ड्यूटी जा रहा था। घर से कुछ ही दूरी पर पहुंचते ही रास्ते मे मोनू राजपूत ने उनके बेटे को रोक लिया और जातिसूचक शब्द कहे। आरोपी ने उसकी पिटाई कर दी। बेटे ने आपबीती बताई तो उन्होंने ग्राम प्रधान पति से बात की। उन्होंने मोनू के घर जाकर शिकायत करने के लिए कहा।
वह बेटे के साथ मोनू के घर गई तो मोनू राजपूत, सुधीर, बबलू, रवि, अतुल, बंटू, सतेन्द्र, सुमित, मोनू की पत्नी ने उन्हें व उनके बेटे को कमरे में बंद कर जान से मारने की धमकी देकर पिटाई की और चाकू से हमला किया। पुलिस उन्हें थाने ले गई और मेडिकल परीक्षण कराया गया। आरोपी अब उन्हें गांव में नहीं रहने देने की धमकी दे रहे हैं। मोनू, सुधीर, बबलू, रवि, अतुल, बंटू, सतेंद्र, सुमित और मोनू की पत्नी पर केस दर्ज किया गया।
पलायन के पोस्टर
पीड़ित पक्ष ने घरों पर पलायन के पोस्टर लगाए थे। बाद में उन्हें हटा दिया गया। लोगों ने बताया कि उन्होंने किसी गांव में पोस्टर लगे देखे थे तो उन्होंने अपने घरों पर लगा दिए थे।
अडिशनल सीपी से मिले आजाद समाज पार्टी के नेता
चौधरी ने बताया कि पूरे प्रकरण के बारे में सांसद चंद्रशेखर आजाद को बताया गया है। सोमवार को पुलिस मुख्यालय पर अडिशनल सीपी केशव चौधरी से मुलाकात कर ज्ञापन सौपा है। उनसे निष्पक्ष जांच कर आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस के सामने फेंके पत्थर
आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय कोर टीम के सदस्य सतपाल चौधरी ने बताया मसूरी के मसौत गांव में पीड़ित पक्ष से मिलने रविवार रात भीम आर्मी के जिला अध्यक्ष संजीव और आजाद समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष अशोक सम्राट गए। दूसरे पक्ष के लोगों ने उनकी कारों पर पथराव कर हमला कर दिया। उनकी कारों के शीशे टूट गए। लोगों ने घरों में छिपकर अपनी जान बचाई। मौके पर काफी देर बाद पुलिस आई तो आरोपियों ने उनके सामने भी पथराव किया।
मौके पर पहुंची पुलिस के सामने भी पत्थरबाजी होती रही। पुलिस ने उन्हें काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन हमलावर नहीं माने। कुछ देर बाद कई थानों की पुलिस पहुंची तो मामला शांत हुआ। सोमवार को भी गांव छावनी में तब्दील रहा। गांव में पीएसी व कई थानों की पुलिस ने डेरा डाला है। गांव में भय का माहौल है।
मामले में कुछ नामजद और कुछ अज्ञात मिलाकर कुल 26 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। इस मामले में दोनों ओर से सात लोगों को गिरफ्तार किया गया।
मसूरी क्षेत्र के गांव मसौता निवासी एक महिला का आरोप है कि 13 सितंबर को उनका बेटा घर से बाइक लेकर ड्यूटी जा रहा था। घर से कुछ ही दूरी पर पहुंचते ही रास्ते मे मोनू राजपूत ने उनके बेटे को रोक लिया और जातिसूचक शब्द कहे। आरोपी ने उसकी पिटाई कर दी। बेटे ने आपबीती बताई तो उन्होंने ग्राम प्रधान पति से बात की। उन्होंने मोनू के घर जाकर शिकायत करने के लिए कहा।
वह बेटे के साथ मोनू के घर गई तो मोनू राजपूत, सुधीर, बबलू, रवि, अतुल, बंटू, सतेन्द्र, सुमित, मोनू की पत्नी ने उन्हें व उनके बेटे को कमरे में बंद कर जान से मारने की धमकी देकर पिटाई की और चाकू से हमला किया। पुलिस उन्हें थाने ले गई और मेडिकल परीक्षण कराया गया। आरोपी अब उन्हें गांव में नहीं रहने देने की धमकी दे रहे हैं। मोनू, सुधीर, बबलू, रवि, अतुल, बंटू, सतेंद्र, सुमित और मोनू की पत्नी पर केस दर्ज किया गया।
पलायन के पोस्टर
पीड़ित पक्ष ने घरों पर पलायन के पोस्टर लगाए थे। बाद में उन्हें हटा दिया गया। लोगों ने बताया कि उन्होंने किसी गांव में पोस्टर लगे देखे थे तो उन्होंने अपने घरों पर लगा दिए थे।
अडिशनल सीपी से मिले आजाद समाज पार्टी के नेता
चौधरी ने बताया कि पूरे प्रकरण के बारे में सांसद चंद्रशेखर आजाद को बताया गया है। सोमवार को पुलिस मुख्यालय पर अडिशनल सीपी केशव चौधरी से मुलाकात कर ज्ञापन सौपा है। उनसे निष्पक्ष जांच कर आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस के सामने फेंके पत्थर
आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय कोर टीम के सदस्य सतपाल चौधरी ने बताया मसूरी के मसौत गांव में पीड़ित पक्ष से मिलने रविवार रात भीम आर्मी के जिला अध्यक्ष संजीव और आजाद समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष अशोक सम्राट गए। दूसरे पक्ष के लोगों ने उनकी कारों पर पथराव कर हमला कर दिया। उनकी कारों के शीशे टूट गए। लोगों ने घरों में छिपकर अपनी जान बचाई। मौके पर काफी देर बाद पुलिस आई तो आरोपियों ने उनके सामने भी पथराव किया।
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