'पंचायत' के कई शानदार किरदारों में से एक नाम है अशोक पाठक का जिन्हें आपने भूषण के मुंह से बिनोद पुकारते कई बार सुना होगा और ये नाम ऐसा है जो अब हर किसी के दिलों में बस चुका है। मामूली सा चेहरा, सांवली शक्ल-सूरत और ऊपर से किरदार भी इतना गरीब जिसके शरीर पर फटे शर्ट को देख बिनोद की फटेहाली साफ झलकती है। हालांकि, ये भी दिलों तक न पहुंचता अगर बिनोद का किरदार इतना भोला, सीधा और सच्चा न होता। अब हाल में अशोक पाठक ने बॉलीवुड में बड़ी फिल्मों में रोल पाने के लिए अपने रूप-रंग पर किए कॉमेंट्स का जिक्र किया है।
उन्होंने बताया है कि उन्हें एक बड़े बजट की फिल्म में रोल पाने के लिए फेशियल करवाने और अपना चेहरा चमकाने के लिए कहा गया था। हाल ही में इंडिया टुडे से बातचीत में बताया कि ऑडिशन आसान था, इसके बावजूद उन्हें फाइनल कॉल नहीं आ रहा था।
'सब कुछ ठीक था, लेकिन मुझे फाइनल कॉल नहीं आ रहा था'
अशोक ने कहा, 'मैं फिल्म का नाम नहीं बताना चाहूंगा, लेकिन यह एक बड़े बजट की फिल्म थी। एक रोल के लिए मेरा ऑडिशन हो चुका था और उस प्रोजेक्ट में ये रोल एक अहम भूमिका में था। सब कुछ ठीक था, लेकिन मुझे फाइनल कॉल नहीं आ रहा था। इसके बाद मैं डायरेक्टर और प्रड्यूसर से मिला था, लेकिन लगभग एक हफ्ते तक किसी ने मुझे फोन नहीं किया। मुझे लगा कि शायद उस रोल के लिए लुक्स को लेकर उनकी कोई जरूरत होगी, शायद पोस्टर से कुछ कनेक्शन होगा।'
'उन्होंने कहा- तुम ब्यूटी पार्लर जाकर फेशियल क्यों नहीं करवा लेते?'
इसके बाद उन्होंने बताया कि उन्हें एक कॉल आया। ये कॉल उन्हें रोल कन्फर्म करने के लिए नहीं था बल्कि उन्हें ये कहने के लिए आया कि तुम फेशियल करवा लो। 'बिनोद' ने बताया, 'मुझे एक फोन आया और उन्होंने कहा- तुम ब्यूटी पार्लर जाकर फेशियल क्यों नहीं करवा लेते? मुझसे कहा गया कि मेरे चेहरे पर थोड़ी चमक होनी चाहिए। वैसे मेरा मन जानता था कि कुछ नहीं बदलेगा, फिर भी मैं पार्लर गया और फेशियल करवाया।' उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने चेहरे पर निखार लाने के लिए घरेलू नुस्खे भी अपनाए।
'फिर उन्होंने मुझे वैसे ही ले लिया जैसा मैं था'
अशोक ने ये भी कहा कि वह लोगों से कहते थे कि वह अपने चेहरे-मोहरे पर काम कर रहे हैं, लेकिन सच ये है कि उन्होंने खास मेहनत नहीं की। उन्होंने कहा, 'वह मेरे लिए बहुत मुश्किल समय था क्योंकि मैं दूसरों को अपने सामने ऑडिशन देते और सिलेक्ट होते देख रहा था।' अशोक ने इस बातचीत में बताया कि एक ही किरदार के लिए कई कलाकारों ने ऑडिशन दिया था। उन्होंने कहा, 'उन्हें ऐसा कोई नहीं मिला जो प्रड्यूसर की उम्मीदों पर खरा उतर सके और फिर, उन्होंने मुझे वैसे ही ले लिया जैसा मैं था। मुझे लगता है कि अगर आपका काम अच्छा और उम्दा है तो वे लुक्स के साथ समझौता कर सकते हैं क्योंकि वे टैलेंट के साथ समझौता नहीं करते।'
नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी के लुक्स पर बोले 'बिनोद'
एक्टर ने नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' स्टार अब अक्सर मैगजीन कवर पर नजर आते हैं, लेकिन शुरुआत में उन्होंने भी लुक्स को लेकर काफी झेला है। उन्होंने कहा कि नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी शुरुआत में बहुत अलग दिखते थे और अब वह मैगज़ीन कवर पर भी दिखाई देते हैं।
उन्होंने बताया है कि उन्हें एक बड़े बजट की फिल्म में रोल पाने के लिए फेशियल करवाने और अपना चेहरा चमकाने के लिए कहा गया था। हाल ही में इंडिया टुडे से बातचीत में बताया कि ऑडिशन आसान था, इसके बावजूद उन्हें फाइनल कॉल नहीं आ रहा था।
'सब कुछ ठीक था, लेकिन मुझे फाइनल कॉल नहीं आ रहा था'
अशोक ने कहा, 'मैं फिल्म का नाम नहीं बताना चाहूंगा, लेकिन यह एक बड़े बजट की फिल्म थी। एक रोल के लिए मेरा ऑडिशन हो चुका था और उस प्रोजेक्ट में ये रोल एक अहम भूमिका में था। सब कुछ ठीक था, लेकिन मुझे फाइनल कॉल नहीं आ रहा था। इसके बाद मैं डायरेक्टर और प्रड्यूसर से मिला था, लेकिन लगभग एक हफ्ते तक किसी ने मुझे फोन नहीं किया। मुझे लगा कि शायद उस रोल के लिए लुक्स को लेकर उनकी कोई जरूरत होगी, शायद पोस्टर से कुछ कनेक्शन होगा।'
'उन्होंने कहा- तुम ब्यूटी पार्लर जाकर फेशियल क्यों नहीं करवा लेते?'
इसके बाद उन्होंने बताया कि उन्हें एक कॉल आया। ये कॉल उन्हें रोल कन्फर्म करने के लिए नहीं था बल्कि उन्हें ये कहने के लिए आया कि तुम फेशियल करवा लो। 'बिनोद' ने बताया, 'मुझे एक फोन आया और उन्होंने कहा- तुम ब्यूटी पार्लर जाकर फेशियल क्यों नहीं करवा लेते? मुझसे कहा गया कि मेरे चेहरे पर थोड़ी चमक होनी चाहिए। वैसे मेरा मन जानता था कि कुछ नहीं बदलेगा, फिर भी मैं पार्लर गया और फेशियल करवाया।' उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने चेहरे पर निखार लाने के लिए घरेलू नुस्खे भी अपनाए।
'फिर उन्होंने मुझे वैसे ही ले लिया जैसा मैं था'
अशोक ने ये भी कहा कि वह लोगों से कहते थे कि वह अपने चेहरे-मोहरे पर काम कर रहे हैं, लेकिन सच ये है कि उन्होंने खास मेहनत नहीं की। उन्होंने कहा, 'वह मेरे लिए बहुत मुश्किल समय था क्योंकि मैं दूसरों को अपने सामने ऑडिशन देते और सिलेक्ट होते देख रहा था।' अशोक ने इस बातचीत में बताया कि एक ही किरदार के लिए कई कलाकारों ने ऑडिशन दिया था। उन्होंने कहा, 'उन्हें ऐसा कोई नहीं मिला जो प्रड्यूसर की उम्मीदों पर खरा उतर सके और फिर, उन्होंने मुझे वैसे ही ले लिया जैसा मैं था। मुझे लगता है कि अगर आपका काम अच्छा और उम्दा है तो वे लुक्स के साथ समझौता कर सकते हैं क्योंकि वे टैलेंट के साथ समझौता नहीं करते।'
नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी के लुक्स पर बोले 'बिनोद'
एक्टर ने नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' स्टार अब अक्सर मैगजीन कवर पर नजर आते हैं, लेकिन शुरुआत में उन्होंने भी लुक्स को लेकर काफी झेला है। उन्होंने कहा कि नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी शुरुआत में बहुत अलग दिखते थे और अब वह मैगज़ीन कवर पर भी दिखाई देते हैं।
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