पटना/रांची: बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, महागठबंधन के भीतर सीटों की खींचतान भी तेज होती जा रही है। झारखंड की सत्तारूढ़ पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने अब ‘इंडिया’ गठबंधन में अपनी हिस्सेदारी के लिए 12 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा किया है। पार्टी ने इस पर चर्चा के लिए अपनी दो सदस्यीय टीम को पटना भेजने का फैसला लिया है, जो सोमवार को RJD नेता और महागठबंधन संयोजक तेजस्वी यादव से मुलाकात करेगी। यह बैठक तेजस्वी यादव के आवास पर होने की संभावना है।
JMM ने कहा- 12 सीटों पर उतारेगी उम्मीदवार
JMM प्रवक्ता मनोज पांडे ने रविवार को पुष्टि की कि पार्टी बिहार की 12 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है। उन्होंने बताया कि पार्टी के दो वरिष्ठ नेता इस मुद्दे पर चर्चा करने पटना जा रहे हैं और गठबंधन के भीतर अपनी दावेदारी स्पष्ट करेंगे।
सीमावर्ती इलाकों में JMM का दावा मजबूत
JMM का यह कदम ‘इंडिया’ गठबंधन के सीट-बंटवारे की प्रक्रिया को और जटिल बना सकता है। गठबंधन में पहले से RJD, कांग्रेस, वाम दल और मुकेश सहनी की VIP पार्टी शामिल हैं, जो अपनी-अपनी सीटों के लिए दबाव बना रही हैं। बता दें, JMM का प्रभाव खासकर झारखंड सीमा से सटे जिलों जैसे जमुई, बांका, कटिहार और सहरसा के कुछ हिस्सों में माना जाता है। पार्टी का दावा है कि इन इलाकों में उसका स्थायी वोट बैंक है और वह अपनी हिस्सेदारी के लिए पूरी तरह तैयार है।
तेजस्वी के लिए नई चुनौती
तेजस्वी यादव के लिए यह स्थिति बड़ी राजनीतिक चुनौती साबित हो सकती है। वे गठबंधन के चेहरे के तौर पर लगातार सक्रिय हैं और सीट-बंटवारे को जल्द अंतिम रूप देने की कोशिश कर रहे हैं।
अब देखना यह होगा कि RJD और कांग्रेस, JMM की इस मांग पर क्या रुख अपनाते हैं। क्योंकि सभी सहयोगियों को संतुष्ट रखना महागठबंधन के लिए आसान नहीं होगा।
JMM ने कहा- 12 सीटों पर उतारेगी उम्मीदवार
JMM प्रवक्ता मनोज पांडे ने रविवार को पुष्टि की कि पार्टी बिहार की 12 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है। उन्होंने बताया कि पार्टी के दो वरिष्ठ नेता इस मुद्दे पर चर्चा करने पटना जा रहे हैं और गठबंधन के भीतर अपनी दावेदारी स्पष्ट करेंगे।
सीमावर्ती इलाकों में JMM का दावा मजबूत
JMM का यह कदम ‘इंडिया’ गठबंधन के सीट-बंटवारे की प्रक्रिया को और जटिल बना सकता है। गठबंधन में पहले से RJD, कांग्रेस, वाम दल और मुकेश सहनी की VIP पार्टी शामिल हैं, जो अपनी-अपनी सीटों के लिए दबाव बना रही हैं। बता दें, JMM का प्रभाव खासकर झारखंड सीमा से सटे जिलों जैसे जमुई, बांका, कटिहार और सहरसा के कुछ हिस्सों में माना जाता है। पार्टी का दावा है कि इन इलाकों में उसका स्थायी वोट बैंक है और वह अपनी हिस्सेदारी के लिए पूरी तरह तैयार है।
तेजस्वी के लिए नई चुनौती
तेजस्वी यादव के लिए यह स्थिति बड़ी राजनीतिक चुनौती साबित हो सकती है। वे गठबंधन के चेहरे के तौर पर लगातार सक्रिय हैं और सीट-बंटवारे को जल्द अंतिम रूप देने की कोशिश कर रहे हैं।
अब देखना यह होगा कि RJD और कांग्रेस, JMM की इस मांग पर क्या रुख अपनाते हैं। क्योंकि सभी सहयोगियों को संतुष्ट रखना महागठबंधन के लिए आसान नहीं होगा।
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