मुंबई : एमएमआरडीए की ओर से सस्ते दामों में घर दिलाने का झांसा देकर दो महिलाओं ने कई गरीब परिवारों से करोड़ों रुपये की ठगी की है। खुद को एमएमआरडीए का सर्वे अधिकारी बताकर उन्होंने सिर्फ आठ लाख रुपये में घर दिलाने का वादा किया और करीब 15 से अधिक लोगों से डेढ़ से दो करोड़ रुपये तक की रकम ऐंठ ली। इस मामले में भांडुप पुलिस ने नीता सराईकर और लक्ष्मी बंडे नाम की दो महिलाओं के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
यह मामला तब सामने आया जब मीरा कांबळे नाम की महिला ने भांडुप पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उनकी इमारत में रहने वाली लक्ष्मी बंडे ने उन्हें बताया कि एमएमआरडीए द्वारा बनाए गए घर मात्र आठ लाख रुपये में मिल रहे हैं। इसके बाद लक्ष्मी ने मीरा की मुलाकात नीता सराईकर से करवाई, जो खुद को एमएमआरडीए की ओर से झोपड़पट्टी पुनर्विकास के तहत सर्वे करने वाली अधिकारी बता रही थी।
कांबले ने आनन-फानन में बेचा अपना घरसराईकर ने दावा किया कि कुर्ला और कांजूरमार्ग इलाके में झोपड़पट्टी वासियों के लिए बने घरों में उन्हें जल्द ही कब्जा दिलाया जाएगा। सस्ते में घर मिलने के लालच में आकर मीरा कांबळे ने अपने परिवार के लिए चार घर लेने का फैसला किया। इसके लिए उन्होंने अपना वर्तमान घर 12 लाख में बेच दिया, जेवर गिरवी रखे, पैतृक जमीन बेची और पतपेढी से कर्ज भी लिया। इस तरह उन्होंने कुल 33 लाख रुपये नकद निता सराईकर को दे दिए।
ऐसे खुला मामलातीन महीने बीत जाने के बाद भी जब घर का कब्जा नहीं मिला, तो कांबळे ने सराईकर से संपर्क किया, लेकिन वह बार-बार बहाने बनाने लगीं। इसके बाद कांबळे को पता चला कि उनके अलावा भी कई लोगों से इसी तरह धोखाधड़ी की गई है। पूछताछ में सामने आया कि सराईकर और लक्ष्मी बंडे ने अब तक करीब 15 लोगों से डेढ़ से दो करोड़ रुपये की ठगी की है। शिकायत में अन्य पीड़ितों की जानकारी भी दी गई है। भांडुप पुलिस ने दोनों महिलाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
यह मामला तब सामने आया जब मीरा कांबळे नाम की महिला ने भांडुप पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उनकी इमारत में रहने वाली लक्ष्मी बंडे ने उन्हें बताया कि एमएमआरडीए द्वारा बनाए गए घर मात्र आठ लाख रुपये में मिल रहे हैं। इसके बाद लक्ष्मी ने मीरा की मुलाकात नीता सराईकर से करवाई, जो खुद को एमएमआरडीए की ओर से झोपड़पट्टी पुनर्विकास के तहत सर्वे करने वाली अधिकारी बता रही थी।
कांबले ने आनन-फानन में बेचा अपना घरसराईकर ने दावा किया कि कुर्ला और कांजूरमार्ग इलाके में झोपड़पट्टी वासियों के लिए बने घरों में उन्हें जल्द ही कब्जा दिलाया जाएगा। सस्ते में घर मिलने के लालच में आकर मीरा कांबळे ने अपने परिवार के लिए चार घर लेने का फैसला किया। इसके लिए उन्होंने अपना वर्तमान घर 12 लाख में बेच दिया, जेवर गिरवी रखे, पैतृक जमीन बेची और पतपेढी से कर्ज भी लिया। इस तरह उन्होंने कुल 33 लाख रुपये नकद निता सराईकर को दे दिए।
ऐसे खुला मामलातीन महीने बीत जाने के बाद भी जब घर का कब्जा नहीं मिला, तो कांबळे ने सराईकर से संपर्क किया, लेकिन वह बार-बार बहाने बनाने लगीं। इसके बाद कांबळे को पता चला कि उनके अलावा भी कई लोगों से इसी तरह धोखाधड़ी की गई है। पूछताछ में सामने आया कि सराईकर और लक्ष्मी बंडे ने अब तक करीब 15 लोगों से डेढ़ से दो करोड़ रुपये की ठगी की है। शिकायत में अन्य पीड़ितों की जानकारी भी दी गई है। भांडुप पुलिस ने दोनों महिलाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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