नई दिल्ली। पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मौलाना मसूद अजहर ने भारत के खिलाफ दहशतगर्दी को बढ़ाने की खातिर 300 से ज्यादा ठिकाने बनाने का फैसला किया है। इसके लिए मौलाना मसूद अजहर ने 3910 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा। अब जानकारी सामने आई है कि मसूद अजहर का जैश-ए-मोहम्मद ऑनलाइन तरीके से इस काम के लिए चंदा जुटा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चंदा जुटाने के लिए जैश ने इजी पैसा और सदा पे नाम के पाकिस्तानी डिजिटल वॉलेट्स का इस्तेमाल किया है। ये दोनों वॉलेट्स बैंक खातों से अलग काम करते हैं।
इजी पैसा और सदा पे नाम के डिजिटल वॉलेट्स के जरिए वॉलेट से वॉलेट और वॉलेट से कैश लेने का काम किया जा सकता है। बिना बैंकिंग रकम का लेन-देन होने के कारण फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स यानी एफएटीएफ को भी आतंकी संगठनों को मिल रही रकम के बारे में जानकारी नहीं मिल पाती है। इससे पहले एफएटीएफ ने आतंकी संगठनों को लगातार मिल रही आर्थिक मदद के कारण पाकिस्तान को लंबे समय तक ग्रे लिस्ट में डाला था। पाकिस्तान पर एफएटीएफ ने कई शर्तें लगाई थीं। पाकिस्तान ने इन सभी शर्तों को पूरा नहीं किया था, लेकिन इसके बाद भी एफएटीएफ ने उसे ग्रे लिस्ट से बाहर कर दिया था।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने एफएटीएफ को पाकिस्तान के आतंकी संगठनों को हो रही फंडिंग के मामले में नए सबूत दिए हैं। ऐसे में इजी पैसा और सदा पे वॉलेट्स के जरिए जैश-ए-मोहम्मद जैसे खतरनाक आतंकी संगठनों को पैसा दिलाने की पाकिस्तान ने चाल चली है। ताकि एफएटीएफ उसके खिलाफ कोई कार्रवाई न कर सके। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इजी पैसा और सदापे वॉलेट्स को मसूद अजहर के परिवार के लोगों के मोबाइल नंबरों से जोड़े जाने का खुलासा हुआ है। मसूद अजहर के बेटे तल्हा और हमाद अजहर के फोन नंबरों से वॉलेट जोड़े जाने की बात सामने आई है। बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने मौलाना मसूद अजहर के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के बहावलुर स्थित मुख्यालय को मिट्टी में मिला दिया था।
The post New Move By Jaish-e-Mohammed: भारत के खिलाफ दहशतगर्दी बढ़ाने के लिए मौलाना मसूद अजहर के जैश-ए-मोहम्मद ने नई चाल चली, पाकिस्तान में इजी पैसा और सदा पे वॉलेट्स के जरिए कर रहा ये खेल appeared first on News Room Post.
You may also like
WATCH: बांग्लादेश क्रिकेट में हो गया बड़ा ग़ज़ब, U-15 लड़कों ने सीनियर महिला टीम को 87 रनों से चटा दी धूल
ट्रैक्टर नहीं तो क्या हुआ? किसान ने बुलेट को ही बनाˈˈ लिया खेती का साथी जुगाड़ देख आप भी कहेंगे वाह रे देसी दिमाग
Google Pixel 10 की एंट्री के बाद धड़ाम गिरे Pixel 9, 9 Pro, 9 Pro XL के दाम! 20 हजार तक हुए सस्ते
फंगस की बीमारी घर में कैसे बढ़ती है? जानिए इसकी पहचान और बचाव के उपाय
गट को सेकेंड ब्रेन क्यों कहा जाता है? AIIMS के डॉक्टरों ने समझाया पेट-दिमाग का रहस्य