नई दिल्ली। भारत के भगोड़े विजय माल्या और नीरव मोदी को ब्रिटेन से लाने की तैयारी हो रही है। न्यूज चैनल आजतक के मुताबिक ब्रिटेन की क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस यानी सीपीसी की पांच सदस्यीय टीम इस सिलसिले में जुलाई में भारत आई थी। सीपीसी की टीम ने तिहाड़ जेल का दौरा कर वहां के तौर-तरीकों का भी जायजा लिया। सीपीसी के सदस्य अब ब्रिटेन की अदालत को बताएंगे कि भारत से भगोड़े विजय माल्या और नीरव मोदी को तिहाड़ जेल में रखे जाने की सुरक्षित और अच्छी व्यवस्था है।
बैंकों का 9000 करोड़ न चुकाने के बाद भारत का भगोड़ा विजय माल्या अभी लंदन में रहता है।बैंकों का हजारों करोड़ रुपए गबन कर ब्रिटेन भागे विजय माल्या और नीरव मोदी की तरफ से वहां की अदालतों में ये दलील भी दी गई थी कि भारत की जेलों में व्यवस्था अच्छी नहीं है। दोनों ने भारत की जेल में भेजने पर जान के खतरे का भी अंदेशा जताया था। ब्रिटेन के कोर्ट्स में कुछ अन्य आरोपियों की प्रत्यर्पण की अर्जी खारिज हुई थी। भारत ने इसके बाद ब्रिटेन की सरकार को भरोसा दिया कि यहां की जेलों में किसी आरोपी से मारपीट या दुर्व्यवहार नहीं होगा। साथ ही उनसे गैरकानूनी तौर पर भी पूछताछ नहीं की जाएगी। भारत की ओर से दिए गए इसी भरोसे को जांचने के लिए ब्रिटेन की सीपीसी का दल आया था।
ब्रिटेन की सबसे बड़ी अदालत से विजय माल्या और नीरव मोदी के प्रत्यर्पण की मंजूरी मिल चुकी है। जबकि, हथियार कारोबारी संजय भंडारी समेत कई आरोपियों के प्रत्यर्पण के लिए भारत की अर्जी पर अभी फैसला नहीं हुआ है। विजय माल्या पर बैंकों के 9000 करोड़ न चुकाने का आरोप है। वहीं, नीरव मोदी पर बैंकों के 14000 करोड़ रुपए चुकाए बिना विदेश भागने का आरोप लगा है। विजय माल्या और नीरव मोदी की तमाम संपत्तियों को कुर्क कर पहले ही सरकार नीलाम कर चुकी है। माल्या ने तो कई बार ये भी कहा कि बकाए से ज्यादा धन बैंकों ने वसूल लिया है। जबकि, बैंकों का कहना है कि मूल धन की वापसी अभी नहीं हुई है।
The post Vijay Mallya And Nirav Modi Deportation Case: बैंकों को हजारों करोड़ का चूना लगाने वाले भगोड़े विजय माल्या और नीरव मोदी का जल्द हो सकता है भारत प्रत्यर्पण, ब्रिटेन के सीपीसी दल ने तिहाड़ जेल में देखी व्यवस्था appeared first on News Room Post.
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