गाजा में हमास का शासन: पिछले 19 महीनों से इजराइल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष ने हजारों लोगों की जान ले ली है, और स्थिति अभी भी अत्यंत तनावपूर्ण बनी हुई है। इस बीच, अमेरिका ने अपनी नीति में महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए हमास के निरस्त्रीकरण की मांग को पीछे छोड़ दिया है। यह निर्णय इजराइल के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि वह हमास का पूर्ण रूप से खात्मा चाहता था।
हमास का नियंत्रण बरकरार गाजा पर हमास का राज कायम है
इजराइल ने हमेशा से यह मांग की थी कि गाजा में या तो फिलिस्तीनी अथॉरिटी (PA) का नियंत्रण हो या अमेरिका का, लेकिन हमास ने कभी भी हथियार छोड़ने के लिए सहमति नहीं दी। अब अमेरिका ने यह स्पष्ट कर दिया है कि फिलहाल युद्धविराम की आवश्यकता है और हथियारों के मुद्दे पर बाद में चर्चा की जाएगी। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि गाजा में हमास का नियंत्रण बना रहेगा।
अमेरिका की प्राथमिकता
अमेरिका की प्राथमिकता - बंधकों की रिहाई
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, अमेरिका का ध्यान अब 21 जीवित इजराइली बंधकों की रिहाई पर केंद्रित है, जो हमास के कब्जे में हैं। इस संदर्भ में, अमेरिका ने मिस्र के माध्यम से चल रही बातचीत में यह स्पष्ट किया है कि युद्धविराम को प्राथमिकता दी जाएगी और हथियारों का मुद्दा बाद में सुलझाया जाएगा।
इजराइल की रणनीति पर सवाल इजराइल की रणनीति पर सवाल
इजराइल लंबे समय से गाजा में हमास के खात्मे की बात कर रहा है। लेकिन अमेरिका के इस नए रुख ने उसकी रणनीति को गंभीर झटका दिया है। अब सवाल उठता है कि क्या इतनी लंबी बमबारी और भारी नुकसान के बावजूद इजराइल अपने लक्ष्य में सफल हो पाया है?
संघर्ष का मानवता पर प्रभाव 50,000 से ज्यादा जानें गईं, अब शांति की उम्मीद
इस संघर्ष में अब तक 50,000 से अधिक फिलिस्तीनियों की जान जा चुकी है और लाखों लोग बेघर हो गए हैं। यदि यह डील होती है और युद्धविराम लागू होता है, तो गाजा के लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी। हालांकि, यह भी स्पष्ट है कि फिलहाल गाजा से हमास का जाना संभव नहीं है।
अमेरिका के इस कदम से यह स्पष्ट हो गया है कि अब वह हमास को समाप्त करने से ज्यादा शांति स्थापित करने और बंधकों की सुरक्षित वापसी को प्राथमिकता दे रहा है। इस बदलाव से इजराइल नाराज हो सकता है, लेकिन फिलहाल गाजा में राहत की उम्मीद जगी है।
You may also like
IPL 2025 : इस सप्ताह के अंत तक शुरू हो सकता है टूर्नामेंट, अपनी टीमों को फिर से इकट्ठा करने के निर्देश जारी...
विराट कोहली के संन्यास का यह सही समय नहीं था : योगराज सिंह
अशोक पंडित ने दी बुद्ध पूर्णिमा की शुभकामनाएं, बताया किसके लिए है ये दिन बेहद खास
पीएम मोदी ने देश की मां, बहनों, बेटियों को समर्पित किया सेना का पराक्रम
ज़ेलेंस्की की शर्त: पुतिन से बात तभी होगी जब युद्ध रुकेगा