बदलते दौर में लोग बैंक सेविंग की बजाय प्रॉपर्टी और शेयर बाजार जैसे विकल्पों में निवेश कर रहे हैं। हालांकि, आज भी जमीन में निवेश सबसे सुरक्षित विकल्प माना जाता है। लेकिन अगर आप जमीन खरीदने जा रहे हैं, तो उससे जुड़ी कुछ जरूरी शब्दावली जैसे- रकबा, खसरा और खतौनी का मतलब जानना बेहद जरूरी है।
आइए जानते हैं इन शब्दों का आसान और स्पष्ट अर्थ—
📏 रकबा क्या होता है?रकबा का मतलब होता है जमीन का क्षेत्रफल। यानी वह माप जो बताता है कि कोई जमीन कितनी बड़ी है। इसमें जमीन की लंबाई और चौड़ाई शामिल होती है।
यह माप आमतौर पर बीघा, हेक्टेयर, एकड़ या वर्ग मीटर में दी जाती है, जो राज्य और क्षेत्र के अनुसार बदलती है। जमीन की कीमत और रजिस्ट्रेशन फीस इसी पर निर्भर करती है।
🧾 खसरा नंबर क्या है?खसरा एक ईरानी शब्द है जो कृषि भूमि की पहचान के लिए इस्तेमाल होता है। जब भी आप जमीन खरीदते हैं, तो उस पर एक विशेष संख्या यानी खसरा नंबर होता है।
यह नंबर प्रशासन द्वारा हर टुकड़े की पहचान के लिए दिया जाता है। गांवों में खसरा नंबर, जबकि शहरी क्षेत्रों में प्लॉट नंबर या सर्वे नंबर दिया जाता है।
📑 खतौनी क्या है?खतौनी एक सरकारी दस्तावेज होता है, जिसमें यह रिकॉर्ड होता है कि किसी व्यक्ति या परिवार के नाम पर गांव में कितनी जमीन है।
इस दस्तावेज में निम्न जानकारियां होती हैं:
- जमीन मालिक का नाम
- कुल जमीन का विवरण
- जमीन की स्थिति और प्रकार
- यदि हिस्सेदारी हो तो अन्य सह-मालिकों का नाम
खतौनी ज़मीन की वैधता और मालिकाना हक साबित करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों में से एक है।
⚠️ इन शब्दों को जानना क्यों जरूरी है?कई बार लोग जमीन के कागजों को बिना समझे खरीदारी कर लेते हैं और बाद में विवाद या धोखाधड़ी का शिकार होते हैं। इन बुनियादी शब्दों की समझ आपको ऐसे नुकसान से बचा सकती है।
✅ जमीन खरीदने से पहले ध्यान देने योग्य बातें:जमीन खरीदना एक बड़ा फैसला होता है, जो अगर सोच-समझकर लिया जाए तो भविष्य के लिए मजबूत निवेश बन सकता है। खसरा, खतौनी और रकबा जैसे शब्दों की सही जानकारी आपके निर्णय को सही दिशा देती है। जमीन खरीदने से पहले पूरी जानकारी लेना आपकी जिम्मेदारी है।
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