कोलकाता। साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज की एक प्रथम वर्ष की छात्रा के साथ 25 जून को कॉलेज परिसर में हुए सामूहिक दुष्कर्म कांड को लेकर जनता में गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी के बीच कॉलेज प्रशासन ने मंगलवार को कड़ा कदम उठाते हुए मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा समेत तीनों आरोपियों को संस्थान से तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया है।
मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा, जो कि इसी कॉलेज का पूर्व छात्र रह चुका है, को घटना से महज 45 दिन पहले ही संविदा पर कॉलेज में नियुक्त किया गया था। मिश्रा पर इससे पहले छेड़छाड़, चोरी और तोड़फोड़ जैसे मामलों में भी आरोप लग चुके हैं।
कॉलेज ने तत्काल की सख्त कार्रवाईकॉलेज की गवर्निंग बॉडी ने एक बैठक के बाद निर्णय लिया कि मनोजीत मिश्रा की सेवाएं तत्काल समाप्त की जाएंगी और अन्य दो छात्र आरोपी जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी को कॉलेज से निष्कासित किया जाएगा। इस बैठक की अध्यक्षता टीएमसी विधायक अशोक कुमार देब ने की।
विधायक देब ने बताया, “मनोजीत मिश्रा की नौकरी समाप्त कर दी गई है और अन्य दो छात्रों को भी कॉलेज से बाहर कर दिया गया है। इसके अलावा, सुरक्षा एजेंसी को भी शो-कॉज नोटिस जारी किया जाएगा।”
आरोपी का आपराधिक और राजनीतिक बैकग्राउंडजानकारी के मुताबिक, मनोजीत मिश्रा की कॉलेज में 2013 में पहली बार दाखिला हुआ था, लेकिन कालिघाट थाना क्षेत्र के चेतला ब्रिज पर एक युवक को चाकू मारने के आरोप में उसे निष्कासित कर दिया गया था। इसके बाद वह कुछ वर्षों तक पुलिस की नज़र से गायब रहा।
2017 में दोबारा कॉलेज में दाखिला लेकर 2022 में स्नातक की डिग्री ली, जिसके बाद वह एक प्रैक्टिसिंग क्रिमिनल वकील बन गया। पूर्व छात्रों का कहना है कि वह टीएमसी छात्र परिषद (TMCP) से जुड़ा हुआ था और कॉलेज परिसर में उसका असर काफी था।
पूर्व छात्रों ने बताया कि 2016 में मिश्रा ने बाहरी लोगों की भीड़ के साथ मिलकर कॉलेज में तोड़फोड़ की थी, जिसकी FIR और काउंटर-FIR कस्बा थाने में दर्ज हुई थी, लेकिन इन मामलों को बाद में रहस्यमयी तरीके से बंद कर दिया गया।
घटना की जानकारी: 25 जून को क्या हुआ?पीड़िता ने पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत में बताया कि 25 जून को शाम 4 बजे जब वह कॉलेज आई थी, तब मनोजीत मिश्रा ने उसे रुकने के लिए कहा। उसने पीड़िता को यूनियन रूम के बाहर बुलाया और शादी का प्रस्ताव रखा। जब लड़की ने मना कर वहां से जाने की कोशिश की, तो उसने उसे घसीटकर कॉलेज के सुरक्षा गार्ड के कमरे में ले जाकर बंद कर दिया।
इसके बाद मिश्रा ने दोनों अन्य आरोपियों को बाहर खड़ा रहने और दरवाज़ा बंद करने के लिए कहा। पीड़िता के मुताबिक, उसने मिश्रा के पैर पकड़कर मिन्नतें कीं, लेकिन उसने एक न सुनी और उसके साथ दुष्कर्म किया।
पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट और कॉलेज की सीसीटीवी फुटेज से उसकी शिकायत की पुष्टि हो चुकी है।
कक्षाएं अनिश्चितकाल के लिए निलंबितकॉलेज प्रशासन ने घटना के बाद सभी कक्षाओं को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया है। इससे पहले तीनों आरोपी अभी तक 1 जुलाई तक पुलिस हिरासत में थे।
साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज में हुए इस जघन्य अपराध ने ना केवल कॉलेज प्रशासन पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि पूरे राज्य में छात्राओं की सुरक्षा को लेकर चिंता पैदा कर दी है। पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग को लेकर जनदबाव बढ़ता जा रहा है, और अब इस केस की अगली दिशा पुलिस और न्यायपालिका तय करेगी।
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