भारत में लोगों से नागरिक भावना की उम्मीद करना बेमानी है। कई पढ़े-लिखे और अच्छी तनख्वाह वाले लोग सड़कों पर कचरा फेंकने से पहले एक बार भी नहीं सोचते। एक तरफ, जिन मंदिरों में लोग दर्शन करने जाते हैं, उनके बाहर कूड़े के ढेर लगे रहते हैं।
सोशल मीडिया पर हाल ही में शेयर किए गए एक वीडियो ने एक बार फिर लोगों में नागरिक भावना की कमी को लेकर बहस छेड़ दी है। इंस्टाग्राम पर शेयर किए गए इस वीडियो में उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में स्थित विंध्याचल धाम मंदिर के गलियारे की हालत दिखाई दे रही है।
मंदिर के गलियारे में बेहद गंदगी
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मंदिर में हर जगह पान के दाग और कचरा दिखाई दे रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल ही में इस गलियारे का जीर्णोद्धार किया है। वीडियो शेयर करने वाले यूजर धीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि वहाँ अमूल की एक दुकान खुल गई है। मंदिर तो खूबसूरती से बना है, लेकिन उसके बगल में हर जगह कचरा और पान की पीक फैली हुई है।
'भारतीयों में नागरिक भावना की कमी'
वीडियो दिखाते हुए उन्होंने कहा, "भारत में नागरिक भावना की कमी आम बात है। यह विंध्याचल धाम है, लेकिन इसके आस-पास की स्थिति देखिए।" धीरेंद्र ने आगे बताया, "जब मैं वीडियो बना रहा था, तो एक आदमी ने वहाँ थूका और मुझे वीडियो में न दिखाए जाने के लिए कहा।"
'नागरिक भावना भूल जाओ, कोई शर्म नहीं'
इस वीडियो को अब तक 7.4 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका है और सैकड़ों लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए हैं। ज़्यादातर लोगों ने मंदिर परिसर को प्रदूषित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग की है।
एक यूज़र ने लिखा, "सरकार ने भव्य मंदिर कॉरिडोर बनाने में करोड़ों रुपये खर्च किए, लेकिन कुछ लोग और कुछ दुकानदार इसे कूड़ेदान में बदल रहे हैं।" एक अन्य यूज़र ने कहा, "सबको लगता है कि यह मेरी ज़िम्मेदारी नहीं है। इसलिए यह स्थिति कभी नहीं सुधरेगी।" ऐसा करने वालों को सार्वजनिक रूप से शर्मिंदा किया जाना चाहिए।
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