देश भर के लाखों किसानों के लिए अच्छी खबर आने वाली है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) की 21वीं किस्त की घोषणा काफ़ी चर्चा में है और उम्मीद है कि दिवाली से पहले यह राशि किसानों के खातों में पहुँच जाएगी।
पिछले साल यह किस्त अक्टूबर के पहले हफ़्ते में जारी की गई थी। हालाँकि, इस बार केवल कुछ ही राज्यों के किसानों को यह लाभ मिला है। इसलिए, अन्य किसान यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि उनके खातों में ₹2,000 की अगली किस्त कब आएगी।
इन राज्यों के किसानों के खातों में धनराशि हस्तांतरित
सरकार अब तक पंजाब, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के लगभग 27 लाख किसानों के खातों में ₹2,000 की राशि हस्तांतरित कर चुकी है। केंद्र सरकार ने यह राशि हाल ही में आई बाढ़ के कारण इन राज्यों के किसानों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए राहत के तौर पर भेजी है। अब, अन्य राज्यों के किसान भी उम्मीद कर रहे हैं कि दिवाली से पहले उनकी किस्तें उनके खातों में पहुँच जाएँगी।
राजस्थान में कितने किसान पंजीकृत हैं?
राजस्थान की बात करें तो पीएम-किसान योजना के तहत 77 लाख से ज़्यादा किसान पंजीकृत हैं। पिछले साल 20वीं किस्त के तहत इन किसानों के खातों में 16 करोड़ रुपये से ज़्यादा की राशि ट्रांसफर की गई थी। इस योजना का उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को सीधी आर्थिक मदद पहुँचाना है। इस योजना के तहत, प्रत्येक लाभार्थी को सालाना कुल 6,000 रुपये मिलते हैं, जो 2,000 रुपये की तीन किस्तों में विभाजित होते हैं।
देश भर के 12 करोड़ से ज़्यादा किसान अब तक इस योजना का लाभ उठा चुके हैं। इस योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि धनराशि बिना किसी बिचौलिए या अतिरिक्त शुल्क के सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है। अब तक कुल 20 किस्तें जारी की जा चुकी हैं और किसान 21वीं किस्त का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं।
21वीं किस्त पर क्या अपडेट है?
21वीं किस्त की तारीख़ के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स और विशेषज्ञों के अनुसार, यह किस्त दिवाली से पहले यानी 20 अक्टूबर 2025 तक जारी हो सकती है। पिछले साल यह किस्त 15 नवंबर और 2023 में 5 अक्टूबर को जारी की गई थी। इसलिए, इस बार भी भुगतान इसी समय सीमा के भीतर होने की संभावना है।
किसानों के लिए महत्वपूर्ण चेतावनी
किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी यह है कि जिन लोगों ने अभी तक अपनी ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी नहीं की है, उन्हें अपनी किस्त में देरी का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, अगर बैंक खाता आधार से लिंक नहीं है, IFSC कोड गलत है, या खाता बंद है, तो भुगतान नहीं होगा। कई बार आवेदन के दौरान गलत जानकारी या दस्तावेज़ जमा करने के कारण भी किस्तें रुक जाती हैं। इसलिए, किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपने बैंक विवरण और आधार लिंकिंग की दोबारा जाँच करें।
किसानों के लिए लाभार्थी सूची में अपनी स्थिति की जाँच करना भी ज़रूरी है। ऐसा करने के लिए, pmkisan.gov.in पर जाएँ और 'किसान कॉर्नर' सेक्शन में 'लाभार्थी सूची' पर क्लिक करें। इसके बाद, राज्य, ज़िला, ब्लॉक और गाँव चुनें और 'रिपोर्ट प्राप्त करें' पर क्लिक करें। अगर आपकी जानकारी सही है और आपका नाम सूची में है, तो आपकी किस्त जल्द ही आपके खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
कुल मिलाकर, पीएम किसान योजना देश के छोटे और सीमांत किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक सहायता है। यह योजना न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को मज़बूत करती है, बल्कि खेती-किसानी और आजीविका में भी मदद करती है। किसानों को उम्मीद है कि दिवाली से पहले उन्हें अपनी 21वीं किस्त मिल जाएगी, जिससे उन्हें राहत और उत्साह मिलेगा।
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