कानपुर: अमेरिका में टैरिफ बढ़ोतरी के बाद कानपुर के निर्यातकों ने यूरोपीय देशों की ओर रुख कर लिया है। अब पुर्तगाल, नॉर्वे और नीदरलैंड जैसे देशों में निर्यात दोगुना करने की तैयारी है। निर्यातकों ने इन देशों में उत्पादों के सैंपल भेजने शुरू कर दिए हैं और अनुमान है कि अगस्त से निर्यात कारोबार तेजी पकड़ सकता है।
फियो और औद्योगिक संगठन कर रहे रणनीतिक साझेदारी
फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन (FIEO) की पहल पर निर्यातकों को उन देशों से जोड़ा जा रहा है, जहां अभी तक कानपुर से सीमित या कोई निर्यात नहीं होता था। फियो के साथसाथ औद्योगिक संगठन भी सक्रिय हैं और वहां के चेंबर ऑफ कॉमर्स से संवाद स्थापित कर रहे हैं।
निर्यात के प्रमुख उत्पाद: कृषि, टेक्सटाइल और लग्जरी आइटम
नए बाजारों में जिन उत्पादों की सबसे अधिक मांग है, उनमें एग्रो प्रोडक्ट, टेक्सटाइल और लग्जरी प्रोडक्ट्स प्रमुख हैं। जिन देशों में जुलाई से अगस्त के बीच निर्यात बढ़ने की संभावना जताई जा रही है, उनमें फिनलैंड, पोलैंड और ग्रीस भी शामिल हैं।
अमेरिका की टैरिफ नीति के बाद खुल रहा नया अवसर
फियो के सहायक निदेशक आलोक श्रीवास्तव के अनुसार, अमेरिका की नई टैरिफ नीति के कारण निर्यातकों को वैकल्पिक बाजारों की ओर मोड़ा जा रहा है। ऐसे देशों से संपर्क किया जा रहा है जहां कम आयात शुल्क (Low Tariff) है और कारोबार के अवसर बेहतर हैं।
वैश्विक परिदृश्य से मिल रहा निर्यातकों को फायदा
निर्यात विशेषज्ञों के अनुसार, वैश्विक आयातनिर्यात बाजार में अस्थिरता के चलते अब कई विदेशी खरीदार कम टैरिफ वाले देशों से सप्लायर्स की तलाश कर रहे हैं। यही कारण है कि इन दिनों तेज़ी से बातचीत और सौदे हो रहे हैं।
1,000 करोड़ का निर्यात लक्ष्य, तीन श्रेणियों में बांटे गए निर्यातक
फियो की रणनीति के तहत कानपुर से नए बाजारों में एक हजार करोड़ रुपये का निर्यात लक्ष्य तय किया गया है। इसके लिए निर्यातकों को तीन वर्गों—नए, पुराने और पारंपरिक निर्यातकों—में बांटा गया है ताकि टारगेट आधारित रणनीति बनाई जा सके।
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