मीरजापुर, 7 जुलाई (Udaipur Kiran) । प्रदेश में आर्थिक विकास को गति देने और मुख्यमंत्री द्वारा निर्धारित एक ट्रिलियन डॉलर जीएसडीपी लक्ष्य की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। इसी क्रम में अनिगमित क्षेत्र के उद्यमों के वार्षिक सर्वेक्षण एएसयूएसई के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत सोमवार को क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय के प्रशिक्षण कक्ष में की गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि अशोक कुमार प्रजापति, सहायक निदेशक, विन्ध्याचल मण्डल द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर पुष्पार्पण व दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए सर्वेक्षण के महत्व को रेखांकित किया और कहा कि गुणवत्तापूर्ण एवं सटीक आंकड़ों का संग्रहण प्रदेश के आर्थिक नियोजन के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने प्रतिभागियों को सर्वेक्षण की विधियों एवं आचरण में निष्ठा, ईमानदारी एवं व्यावसायिक दक्षता के साथ कार्य करने का निर्देश दिया।
इस अवसर पर मण्डलीय अर्थ एवं संख्याधिकारी राम नारायन यादव को प्रशिक्षण कार्यक्रम के सफल संचालन की जिम्मेदारी दी गई है। प्रशिक्षण में विनिर्माण, व्यापार एवं सेवा क्षेत्र से जुड़े अनिगमित उद्यमों की सूचनाएं जैसे प्रति उद्यम सकल आवर्धित मूल्य और प्रति श्रमिक आवर्धित मूल्य जैसे महत्वपूर्ण आँकड़े एकत्र किए जाएंगे। यह आंकड़े जिला घरेलू उत्पाद के आकलन में सहायक सिद्ध होंगे।
उल्लेखनीय है कि यह वार्षिक सर्वेक्षण जुलाई 2024 से जून 2026 तक चलेगा। इससे पूर्व, 2 से 4 जुलाई के मध्य आवधिक बल श्रम सर्वेक्षण का मण्डलीय प्रशिक्षण कार्यक्रम भी सफलता पूर्वक सम्पन्न कराया जा चुका है। कार्यक्रम में क्षेत्रीय अधिकारी, पर्यवेक्षक एवं सर्वेक्षक समेत तीनों जनपदों के प्रतिभागी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
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