वाशिंगटन, 06 नवंबर (Udaipur Kiran) . अमेरिका के केंटकी प्रांत के लुइसविले में यूपीएस कंपनी के दुर्घटनाग्रस्त मालवाहक विमान का ब्लैक बॉक्स मिल गया है. जांच अधिकारियों का कहना है कि इस विमान का बायां इंजन अलग हो गया था. इस हादसे में कम से कम 12 लोगों की मौत हुई है. विमान का मलबा बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है. दुर्घटना में और भी लोगों के मरने की आशंका है.
द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड ने बुधवार को बताया कि इस हफ्ते केंटकी के लुइसविले में दुर्घटनाग्रस्त हुए यूपीएस कार्गो जेट का एक इंजन उड़ान भरने से कुछ ही पल पहले टूट गया. तीन सदस्यीय चालक दल वाला यह जेट कुछ सेकंड बाद जमीन पर गिर गया और उसमें आग लग गई. यह विमान मंगलवार शाम लुइसविले के मोहम्मद अली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के किनारे स्थित औद्योगिक इमारतों के ऊपर से गुजरा था.
केंटकी के गवर्नर एंडी बेशर ने बताया कि कुछ शवों की हालत को देखते हुए उनकी पहचान करने में मुश्किल हो रही है. पीड़ितों की पहचान अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है. बुधवार दोपहर प्रेस कॉन्फ्रेंस में परिवहन सुरक्षा बोर्ड के सदस्य टॉड इनमैन ने कहा कि सुरक्षा फुटेज के अनुसार, विमान का बायां इंजन उड़ान भरने के लिए तैयार होने के दौरान पंख से अलग हो गया था. हवाई अड्डे के बाहर जमीन पर गिरने से पहले रन-वे के अंत में विमान एक बाड़ को पार कर गया. इससे कई इमारतों में भी आग लग गई.
इनमैन ने बताया कि बुधवार दोपहर जांचकर्ताओं ने विमान का कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (ब्लैक बॉक्स) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर बरामद कर लिया. अब दुर्घटना के दौरान और उससे पहले क्या हुआ, इस बारे में अधिक जानकारी मिल सकती है. हालांकि रिकॉर्डर क्षतिगस्त है. इन सबको वाशिंगटन की प्रयोगशाला में भेजा जाएगा.
कांग्रेस में लुइसविले का प्रतिनिधित्व करने वाले डेमोक्रेट प्रतिनिधि मॉर्गन मैकगार्वे ने संवाददाता सम्मेलन में कहा यह भयावह हादसा है. अधिकारियों के अनुसार, बुधवार को दुर्घटनास्थल पर खोज और बचाव कार्य जारी रहा. दुर्घटनास्थल की परिधि को बंद रखा गया और एक क्रेन समय-समय पर संवेदनशील स्थानों पर पानी का छिड़काव करती रही. ट्रकों से घटनास्थल तक पानी पहुंचाया गया. रेडक्रॉस और साल्वेशन आर्मी जैसे संगठनों ने मजदूरों को भोजन और अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई.
ओहायो नदी से सटे और पर्यटकों के बीच केंटकी डर्बी के आयोजन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है. परिवहन सुरक्षा बोर्ड के सदस्य बुधवार को लुइसविले पहुंचे और जांच शुरू की. इनमैन ने कहा, हमारा अनुमान है कि जांच टीमें कम से कम एक हफ्ते यहां रहेंगी.
दुर्घटना के बाद, लुइसविले विश्वविद्यालय के अस्पतालों में 15 झुलसे लोगों को लाया गया. विश्वविद्यालय की स्वास्थ्य प्रणाली की प्रवक्ता हीथर फाउंटेन ने बताया कि 13 लोगों को छुट्टी दे दी गई. होनोलूलू जा रहे इस विमान में लगभग 38,000 गैलन ईंधन भरा था.
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(Udaipur Kiran) / मुकुंद
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