– बीमार बच्चे के इलाज को मचा हंगामा
मीरजापुर, 22 जून (Udaipur Kiran) । राजगढ़ थाना क्षेत्र के नदीहार गांव निवासी धर्मेंद्र भारती का पांच वर्षीय पुत्र रौनक शनिवार रात अचानक गंभीर रूप से बीमार हो गया। परिजन उसे लेकर रात 11 बजे इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) राजगढ़ पहुंचे, लेकिन वहां आकस्मिक ड्यूटी पर तैनात कोई चिकित्सक मौजूद नहीं था। इस पर परिजनों ने अस्पताल का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिसमें वे अस्पताल में चिकित्सक को खोजते दिखाई दे रहे हैं और बीमार बालक की चीख-पुकार की आवाजें सुनाई दे रही हैं।
वीडियो वायरल होते ही अस्पताल में हड़कंप मच गया। ड्यूटी पर मौजूद फार्मासिस्ट ने चिकित्सक को उनके आवास से बुलाया, तब जाकर बच्चे का इलाज शुरू हुआ और परिजन शांत हुए।
परिजन का आरोप है कि सीएचसी राजगढ़ में इमरजेंसी सेवाएं सिर्फ फार्मासिस्ट और वार्ड बाय के भरोसे चलती हैं। जबकि कागजों में अस्पताल में चार डॉक्टर तैनात हैं और सीएचसी के अंतर्गत आने वाले कई अन्य पीएचसी में भी रात की ड्यूटी लगाने की व्यवस्था है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि आकस्मिक ड्यूटी पर लगे डॉक्टर अस्पताल परिसर में बने अपने सरकारी आवासों में आराम करते हैं, जबकि इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को फार्मासिस्ट और वॉर्ड बाय के भरोसे छोड़ दिया जाता है।
लोगों का कहना है कि सीएचसी राजगढ़ पर सैकड़ों गांवों की स्वास्थ्य सेवा का दारोमदार है, लेकिन डॉक्टरों की मनमानी के कारण आमजन, खासकर गरीब मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा। वायरल वीडियो के बाद अब स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली और जवाबदेही पर सवाल उठने लगे हैं।
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा