कानपुर, 08 जुलाई (Udaipur Kiran) । आईआईटी में महिलाओं के लिए 20 प्रतिशत सीटें आरक्षित होने से सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। हालांकि महिलाएं कुल सीटों का केवल 20 प्रतिशत हिस्सा हैं, फिर भी वे पदक जीतने में कहीं अधिक आगे हैं। यह दिखाता है कि जब महिलाओं को समान अवसर मिलते हैं, तो वे उत्कृष्ट प्रदर्शन करती हैं। यह बातें मंगलवार को प्रो. सुरेंदर बसवाना ने कही।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी कानपुर) के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग में छह और सात जुलाई के बीच एसोसिएशन फॉर कंप्यूटिंग मशीनरी इंडिया काउंसिल ऑन वुमन इन कम्प्यूटिंग ग्रैंड कोहोर्ट फॉर वुमन इन रिसर्च का सातवां संस्करण आयोजित किया गया। यह एक प्रमुख मेंटरशिप पहल है। जिसका उद्देश्य भारत की महिला शोधार्थियों को करियर मार्गदर्शन, प्रेरणा और समर्थन प्रदान करना है। अमेरिका में ग्रैंड कोहोर्ट की तर्ज पर इस कार्यक्रम की शुरुआत 2018 में भारत में की गई थी, ताकि स्थानीय संदर्भ में महिला शोधार्थियों को सहयोग और मार्गदर्शन मिल सके। यह कार्यक्रम महिलाओं के लिए नेटवर्किंग, सहयोग और व्यक्तिगत सलाह प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण मंच बन चुका है।
इसके बाद डॉ. अरुणा राजन ने अपने अनुभव साझा किए। वे IBM, Google जैसी कंपनियों में काम कर चुकी हैं और उनके पास थ्योरीटिकल फिजिक्स में पीएचडी है। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने प्रतिष्ठित पदों को छोड़कर वह कार्य चुना जो उन्हें सच्ची संतुष्टि देता है। उन्होंने कहा, किसी पद पर होने से ज्यादा जरूरी है कि आप कुछ सार्थक करें।
आईबीएम आईआरएल की डॉ. रेनुका सिंधगट्टा और आईआईटी कानपुर की प्रो. उर्बी चटर्जी ने अकादमिक और इंडस्ट्री अनुसंधान में अंतर को समझाया। उन्होंने बताया कि दोनों क्षेत्रों में विषय चयन की स्वतंत्रता और समयसीमा किस प्रकार अलग होती है।
माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च की डॉ. जयश्री मोहन ने एक प्रभावी संवाद पर हाथों-हाथ कार्यशाला कराई। सोनिया गर्चा ने CS Pathshala की गतिविधियों और चुनौतियों को साझा किया। कार्यक्रम में दो पैनल चर्चा और एक केंद्रित मेंटरिंग सत्र भी शामिल थे, जहां छात्राएं वरिष्ठ महिला शोधकर्ताओं से अपने सवालों के खुले और स्पष्ट उत्तर प्राप्त कर सकीं। प्रतिभागियों ने आईआईटी कानपुर के C3i सेंटर का भी भ्रमण किया। इस पूरे आयोजन को कंप्यूटर साइंस विभाग के 11 समर्पित स्वयंसेवकों ने सफलतापूर्वक संचालित किया।
(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप
You may also like
बढ़ती कीमतें : जानिए सड़क पर दौड़ती ट्रक से आपकी थाली तक कैसे पहुंचती है महंगाई
SL vs BAN: श्रीलंका ने तीसरे मैच में बांग्लादेश को 99 रनों से हराकर, वनडे सीरीज को 2-1 से किया अपने नाम
लमडिंग-बदरपुर पहाड़ी खंड पर भूस्खलन से रेल मार्ग बंद, कई ट्रेनें प्रभावित
कुछ मिनटों की डॉक्यूमेंट्री में देखे जवाई डेम की पूरी गाथा! इतिहास से लेकर क्षेत्रफल गेट और सिंचाई क्षमता तक, जानें हर महत्वपूर्ण जानकारी
Jokes: एक आदमी को रोज सपने में काली साड़ी वाली एक औरत दिखती थी, उसे देख कर वह बहुत घबरा जाता था, एक दिन उसने हिम्मत करके उससे पूछा- देवी आप कौन हो? पढ़ें आगे..