जयपुर, 16 मई . राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि राष्ट्रवादी विचारधारा के सहज, सरल व्यक्तित्व के धनी मनोज माथुर जैसे जागरूक पत्रकार को कभी भुलाया नहीं जा सकता. उनका असमय चले जाना हम सभी मित्रगण, पत्रकार और पारिवारिक सदस्यों के लिए बहुत कष्टकारी है. मनोज माथुर के आदर्शों के अनुरूप पत्रकार आगे बढ़े, यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी. माथुर के लिए पत्रकारिता जौवन का आधार थी.
देवनानी शुक्रवार को यहां नारायण सिंह सर्किल स्थित पिंक सिटी प्रेस क्लब के सभागार में मनोज माथुर फाउण्डेशन द्वारा आयोजित मनोज माथुर अवार्ड समारोह को सम्बोधित कर रहे थे. देवनानी ने दीप प्रज्ज्वलन कर समारोह का शुभारम्भ किया. देवनानी ने मनोज माथुर फाउण्डेशन को एक लाख रुपये धनराशि उनकी और से दिये जाने की घोषणा की.
समारोह में मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा का संदेश भी पढ़कर सुनाया गया. मुख्यमंत्री ने पत्रकारिता में उत्कृष्टता को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए प्रदान किये गये अवार्ड पुरस्कारों की सराहना की. समारोह में मनोज माथुर के जीवन पर आधारित वृत्त चित्र दिखाया गया.
समारोह में देवनानी ने प्रिन्ट मीडिया में अवधेश आकोदिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में महेश दाधीच और डिजिटल मीडिया में सौरभ भटट को मनोज माथुर अवार्ड प्रदान किया. कार्यक्रम के मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार ओम सैनी थे. स्व. मनोज माथुर की पत्नी सुलक्षणा माथुर ने अतिथिगण और पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं का पौधा भेंट कर अभिनन्दन किया. उन्हाेंने कहा कि पत्रकारों की भूमिका लोकतंत्र में महत्वपूर्ण होती है. पत्रकार जगत से जुडे हुए उन्हें भी 50 वर्षों से अधिक समय हो गया है. पत्रकार जगत सकारात्मक वातावरण बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. देश की आजादी के समय भी पत्रकार जगत ने राष्ट्र में देश भक्ति की को जगाये रखा. उन्होंने कहा कि नारद पत्रकारिता के जनक थे. वे संवाद के संवाहक थे. देवनानी ने कहा कि ऑपरेशन सिन्दूर मिशन को पत्रकारों ने राष्ट्रवाद की भावना के अनुरूप प्रसारित किया, यह अभिन्दनीय है.
देवनानी ने कहा कि आज भारत की विश्व में विशेष पहचान बनी है. भारत को बढ़ता हुआ अन्य देश नहीं देख पा रहे है. अन्य देशों की नजरों में भारत के प्रति खटखटाहट ही हमारे देश की ताकत है. नये भारत को श्रेष्ठ बनाने और उसे निरन्तर आगे बढ़ाने में सभी सक्रिय भागीदारी निभाएं. विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने के लिए राष्ट्र के प्रत्येक व्यक्ति की सक्रिय भूमिका आवश्यक है.
उन्हाेंने कहा कि लोकतंत्र में विधायिका की महत्वूपर्ण भूमिका होती है. विधान सभा में नवीनता लाने के लिए श्रेष्ठ परिवर्तन करने का वे निरन्तर प्रयास कर रहे है. इसके लिए पत्रकारों से सकारात्मक परामर्श देने के लिए कहा.
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/ राजीव
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